मंत्री जॉर्ज को बर्खास्त किया जाना चाहिए: डॉ. अश्वथ नारायण
-स्मार्ट मीटर घोटाला मामला
बेंगलूरु/शुभ लाभ ब्यूरो| पूर्व उपमुख्यमंत्री और विधायक डॉ. सी.एन. अश्वथ नारायण ने गुरुवार को कहा कि स्मार्ट मीटर घोटाले के मद्देनजर, मुख्यमंत्री सिद्धरामैया को ऊर्जा मंत्री के.जे. जॉर्ज को बर्खास्त करना चाहिए और उनका इस्तीफा मांगा जाना चाहिए| भाजपा प्रदेश कार्यालय जगन्नाथ भवन में एक संवाददाता सम्मेलन में उन्होंने कहा कि यह भ्रष्टाचार कांड सिद्धरामैया के मुकुट में एक और पंख है|
उन्होंने सवाल किया कि इस मुद्दे पर मुख्यमंत्री की क्या प्रतिक्रिया है| १५ हजार करोड़ कोई छोटी रकम नहीं है| इसके पीछे कोई द्वेष या दुश्मनी नहीं है| यह काम जनता के हितों की रक्षा और पार्टी को सम्मान दिलाने के लिए किया गया था| हमने सदन में भी ध्यानाकर्षण प्रश्न के माध्यम से यह मुद्दा उठाया था| हालाँकि, उन्होंने आलोचना की कि उन्होंने उचित उत्तर नहीं दिया| उन्होंने इस तथ्य की ओर ध्यान आकर्षित किया कि ठेका एक अयोग्य ठेकेदार को दिया गया था, एक ब्लैकलिस्टेड कंपनी के साथ समझौता किया गया था| देश में सबसे ज्यादा कीमत वसूली जा रही थी, और यह अनिवार्य बना दिया गया था, जबकि यह अनिवार्य नहीं था| सभी उल्लंघनों की जानकारी होने के बावजूद, उन्होंने स्वार्थी होकर एटीएम सरकार की तरह दिनदहाड़े लूट की|
हमने अप्रैल में ही लोकायुक्त पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी| फिर हमने पुनः अपील दायर की| देरी के कारण, हमने निर्वाचित प्रतिनिधियों के आपराधिक न्यायालय में एक आवेदन दायर किया| क्या सरकार के पास आँखें, कान और दिमाग हैं? उन्होंने सवाल उठाया कि क्या किसी ने इस बारे में बात की है| हमने राज्यपाल के पास भी एक आवेदन दायर किया| हमें पुनः अपील के बारे में सलाह मिली| तदनुसार, हमने मामला दर्ज कर लिया है|
उन्होंने कहा कि हमने भ्रष्टाचार नियंत्रण अधिनियम के तहत जाँच की अनुमति मांगी है| हमें एक निजी शिकायत (पीसीआर) दर्ज करने की सहमति मिल गई है| हमें बुधवार शाम इसके लिए मौखिक आदेश मिला| उन्होंने कहा कि उन्होंने लोकायुक्त को सूचित करने का भी निर्देश दिया है और कहा है कि मौजूदा अनुबंध रद्द कर दिया जाना चाहिए| यह सत्ता का दुरुपयोग है| उन्होंने के.जे. जॉर्ज से इस्तीफा देने की माँग की| सिद्धरामैया, आप कहाँ हैं?
आपका क्या रुख है? क्या स्पष्टीकरण है? आप और आपकी सरकार पर कई आरोप हैं| उन्होंने जॉर्ज से पूछा, क्या आप पीसीआर दर्ज होने की जानकारी होने के बाद भी इस्तीफा देंगे? उन्होंने मांग की कि जो लोग न्याय के आगे झुकने की बात कहते हैं, उन्हें तुरंत इस्तीफा दे देना चाहिए| उन्होंने इस सवाल के जवाब में कहा कि वह सदन में भी इस मुद्दे पर लड़ने के लिए विपक्षी नेताओं से विचार-विमर्श करेंगे|