कानून व्यवस्था का मानक पेश कर रहा उत्तर प्रदेश : योगी
26वीं वाहिनी पीएसी के लिए 11 मंजिला बैरक टावर का लोकार्पण
गोरखपुर, 25 जुलाई (एजेंसियां)। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जो उत्तर प्रदेश आठ वर्ष पहले तक दंगा प्रदेश के रूप में बदनाम था, गुंडों-माफिया से तबाह था, वही उत्तर प्रदेश आज कानून व्यवस्था का मानक पेश कर रहा है। दंगामुक्त और गुंडामुक्त उत्तर प्रदेश आज अनुशासित और उत्सव प्रदेश की पहचान के साथ आगे बढ़ रहा है। सीएम योगी ने 26वीं वाहिनी पीएसी परिसर में 11 मंजिला बैरक टावर तथा 30 बेड के हॉस्पिटल का लोकार्पण किया।
सीएम योगी ने कहा कि आज कोई भी बाहरी व्यक्ति कानून व्यवस्था के मामले में यूपी पर हंस नहीं सकता, उंगली नहीं उठा सकता। यूपी का नौजवान आज कहीं भी जाता है तो सम्मान पाता है जबकि आठ वर्ष पहले यहां के नौजवान को यूपी के नाम पर एक कमरा तक नहीं मिलता था। यूपी के नाम पर बाहर के लोगों के सामने डरावना दृश्य होता था। आज इन सबसे उबरकर नए भारत का नया उत्तर प्रदेश कानून व्यवस्था की नजीर प्रस्तुत करने वाला राज्य बन गया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सेना देश की बाह्य सुरक्षा का दायित्व संभालती है तो आंतरिक मामलों और कानून व्यवस्था के लिए सिविल पुलिस की अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका होती है। उन्होंने कहा कि देश की सबसे अधिक आबादी वाले राज्य उत्तर की पुलिस, लगातार पुलिसकर्मियों की कमी और अवस्थापना सुविधाओं की चुनौतियों से जूझ रही थी। आठ साल पहले यहां शांति की कल्पना तक नहीं की जा सकती थी, यह सपना था। तब पुलिस के लाखों पद खाली थे लेकिन नियत सही न होने से तत्कालीन सरकारें पारदर्शी भर्ती प्रक्रिया पूरी नहीं कर पाती थीं। कभी भर्ती में खामी तो कभी बेईमानी, भ्रष्टाचार के चलते कोर्ट से रोक लग जाने के चलते नौजवान भटकने को मजबूर थे।
सीएम योगी ने अपनी सरकार के दौरान पारदर्शी पुलिस भर्ती प्रक्रिया की चर्चा करते हुए बताया कि आठ साल में 2 लाख 16 हजार भर्तियां यूपी पुलिस में की गई हैं। इसमें न सिफारिश की गुंजाइश थी और न ही भ्रष्टाचार की। इन भर्तियों में हाल ही में हुई दुनिया की सबसे बड़ी 60244 पुलिसकर्मियों की भर्ती भी शामिल है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आठ साल पहले उत्तर प्रदेश में पुलिसकर्मियों के प्रशिक्षण की क्षमता केवल तीन हजार की थी। जबकि आज यह कई गुना बढ़ गई है। आज 60 हजार से अधिक प्रशिक्षु प्रदेश के 112 प्रशिक्षण केंद्रों पर एकसाथ प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं।
पहली बार मुख्यमंत्री बनने के दो माह बाद लखनऊ पुलिस लाइन के निरीक्षण के दौरान जर्जर अवस्थापना सुविधाओं का जिक्र करते हुए सीएम योगी ने कहा कि तब पुलिस कार्मिकों के लिए सुविधाओं का काफी अभाव था। इसे देखते हुए उन्होंने हर थाने, पुलिस लाइंस और पीएसी की वाहिनियों में अवस्थापना सुविधाएं बढ़ाने के निर्देश दिए। आज इस बात की प्रसन्नता है कि यूपी के हर थाने, पुलिस लाइंस और पीएसी की वाहिनियों में अवस्थापना सुविधाओं का जबरदस्त विस्तार हुआ है। कई जिलों में तो जो सबसे ऊंची मिनारनुमा बिल्डिंग होगी वह यूपी पुलिस के बैरक के रूप में होगी। सरकार एक तरफ अवस्थापना सुविधाओं को बढ़ा रही है तो दूसरी तरफ पूरी पारदर्शिता से भर्ती प्रक्रिया को सम्पन्न कर रही है।
इस अवसर पर सांसद रविकिशन शुक्ल ने कहा कि पुलिस बल का लगातार मनोबल बढ़ाने और हर संसाधन देने के चलते योगी सरकार लॉ एंड ऑर्डर के लिए देश ही नहीं विदेश में भी जानी जाती है। यूपी पुलिस में इतनी भर्तियां कभी नहीं हुईं जितनी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार में हुई हैं। सीएम योगी की ताकतवर सोच से ही उत्तर प्रदेश उत्तम प्रदेश बना है। पीएसी के एडीजी डॉ. रामकृष्ण स्वर्णकार ने मुख्यमंत्री का स्वागत करते हुए लोकार्पण की दोनों परियोजनाओं, बैरक टावर और हॉस्पिटल के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि अन्य वाहिनियों में भी बहुमंजिला बैरक बनाया जा रहा है। यूपी में पहली बार महिला बटालियन का गठन और बटालियन भवन निर्माण किया जा रहा है। इसके तहत गोरखपुर, लखनऊ और बदायूं में निर्माण जारी है। उन्होंने कहा कि यूपी पुलिस में भर्तियों का नया रिकॉर्ड कायम किया है और इसका श्रेय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को जाता है।
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