कांग्रेस की ९ लोकसभा सीटों पर जीत में कोई साजिश
कांग्रेस पार्टी के पास ही अपराध करने की सबसे अधिक पृष्ठभूमि और क्षमता: सी.टी. रवि
बेंगलूरु/शुभ लाभ ब्यूरो| भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय महासचिव और विधान परिषद सदस्य सी.टी. रवि ने आरोप लगाया है कि कर्नाटक में कांग्रेस पार्टी की ९ लोकसभा सीटें जीतने में कोई साजिश थी| यहां कर्नाटक भवन में मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस की साजिश को मात देकर एनडीए द्वारा १९ सीटें जीतना लोकतंत्र की जीत है| अन्यथा मल्लिकार्जुन खड़गे के दामाद कलबुर्गी में कैसे जीत पाते?
ऐसा लगता है कि कांग्रेस ने बीदर, रायचूर, कोप्पल, बल्लारी, चिक्कोडी, दावणगेरे, चामराजनगर और हासन में चुनावी अनियमितताएँ करके जीत हासिल की है| उन्होंने कहा कि उन्हें संदेह है कि कांग्रेसियों ने ही चुनावी अनियमितताएँ की हैं| उन्होंने इस संदर्भ में गहन जाँच की माँग की| मुख्यमंत्री, विपक्ष के नेता राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा है कि कर्नाटक में भी मतदाता सूची में गड़बड़ी है| मुझे भी संदेह था| जब कांग्रेस और जेडीएस साथ थे, तो उन्होंने २०१९ में एक-एक सीट जीती थी|
२०२४ में कांग्रेस ९ लोकसभा सीटें कैसे जीत गई? चुनाव आयोग के पास अधिकारियों का अपना नेटवर्क नहीं है| राजस्व विभाग के अधिकारी मतदाता सूची में संशोधन के लिए स्कूली शिक्षकों का इस्तेमाल करते हैं| अगर हम मान लें कि ज्यादातर लोग सरकार की मर्जी के अधीन हैं, तो राज्य में कांग्रेस पार्टी सत्ता में थी| उन्होंने पूछा कि अवैधता करने का इससे ज्यादा मौका किसे मिलेगा? हो सकता है कि कांग्रेस ने २०२३ में सत्ता में आने के लिए ऐसा कुछ किया हो|
लोग सिद्धरामैया की जीत की संभावना को लेकर संशय में थे| वे कहते थे कि सी.टी. रवि, जिन्होंने एक मेडिकल कॉलेज दिया और ५,००० करोड़ रुपये का काम किया, को हराना मुश्किल होगा| उन्होंने विश्लेषण किया कि मेरी हार में भी ऐसी ही अवैधता होने की संभावना है| कांग्रेस के लिए २०२४ में एक भी लोकसभा सीट जीतना मुश्किल था| उसने ९ सीटें कैसे जीत लीं? इन सब को देखते हुए, उन्होंने आरोप लगाया कि ऐसी संभावना है कि कांग्रेस पार्टी ने पार्टी के निर्देश पर चुनावी अनियमितताएँ की हों|
कांग्रेस पार्टी के खिलाफ चुनावी अनियमितताओं का मामला दर्ज किया गया है और यह साबित भी हो चुका है| इलाहाबाद उच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति जगमोहन लाल सिन्हा ने १९७५ में फैसला सुनाया था कि इंदिरा गांधी ने चुनावी अनियमितताएँ की थीं| फैसले में कहा गया था कि वह सांसद की सीट से अयोग्य घोषित होंगी और ६ साल तक चुनाव नहीं लड़ सकतीं| हालाँकि, उस समय कांग्रेस पार्टी ने इस्तीफा देकर इसका सामना नहीं किया| उसने आपातकाल लगा दिया| इसने न केवल लोकतंत्र का गला घोंट दिया बल्कि संविधान को विकृत करने का भी काम किया| उनका आपराधिक इतिहास रहा है| उनके पास अवैध कार्य करने का आपराधिक इतिहास है|
यह अपराध अदालत में ही साबित हो चुका है| कांग्रेस पार्टी के पास ही अपराध करने की सबसे अधिक पृष्ठभूमि और क्षमता है|
#CTRavi, #CongressCrimeAllegation, #CongressBackground, #PoliticalAccusations, #KarnatakaPolitics, #ElectoralFraudClaims