बोम्मई काल में पूर्व सैनिकों को आवंटित भूखंडों पर विवाद, लाभार्थी संकट में
बेंगलूरु/शुभ लाभ ब्यूरो| बसवराज बोम्मई के मुख्यमंत्री काल में पूर्व सैनिकों को आवंटित भूखंड विवाद का विषय बन गए हैं और लाभार्थियों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है|
राजीव गांधी आवास निगम द्वारा बेंगलूरु पूर्वी तालुक के वरथुर होबली कोडाटी ग्राम पंचायत क्षेत्र में पूर्व सैनिकों के लिए १४२ भूखंडों का निर्माण किया गया था| इनमें से १२७ भूखंड २०२३ में पूर्व सैनिकों को आवंटित किए गए थे| आवंटन पत्र में तत्कालीन मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई और आवास मंत्री वी. सोमन्ना के नाम और तस्वीरें अंकित हैं| भूखंड पाने वालों में शेख इब्राहिम, पूर्व सैनिक मणिवन्नन की पत्नी राजेश्वरी और एक अन्य लाभार्थी ने अपने भूखंडों पर परिसर बना लिए हैं|
भूखंड आवंटित करने वाली बोम्मई सरकार ने इनका पंजीकरण और हिसाब-किताब नहीं किया है| इस बीच, भूखंडों के आवंटन में नियमों का उल्लंघन हुआ है| आरोप है कि सरकारी अधिसूचना का उल्लंघन करके दूसरे राज्यों के लोगों को भूखंड आवंटित किए गए हैं| नियमों के अनुसार, संबंधित राज्यों में जन्मे और सेना में सेवा दे चुके लोगों को उनके गृह राज्यों में भूखंड आवंटित किए जाने चाहिए| ऐसा नियम है कि दूसरे राज्यों से आकर रहने वालों पर विचार नहीं किया जाना चाहिए|
कुछ पूर्व सैनिकों ने लोकायुक्त में एक मामला दायर कर आरोप लगाया है कि नियमों का उल्लंघन करके दूसरे राज्यों के लोगों को भूखंड आवंटित किए गए हैं| मामले की जाँच चल रही है और लोकायुक्त ने यथास्थिति बनाए रखने का अंतरिम आदेश जारी किया है|