कांग्रेस सरकार बच्चों की शिक्षा निधि को भी लूटने की स्थिति में पहुंच गई है: रेवन्ना

कांग्रेस सरकार बच्चों की शिक्षा निधि को भी लूटने की स्थिति में पहुंच गई है: रेवन्ना

बेंगलूरु/शुभ लाभ ब्यूरो| जेडीएस के वरिष्ठ विधायक एच.डी. रेवन्ना ने कहा है कि राज्य की कांग्रेस सरकार बच्चों की शिक्षा के पैसे भी लूटने की स्थिति में पहुँच गई है| सरकारी स्कूलों की स्थिति और सुधार व्यवस्था पर विधानसभा में चल रही बहस में हस्तक्षेप करते हुए एच.डी. रेवन्ना ने कहा कि सरकारें आती-जाती रहती हैं, लेकिन उन्हें अपनी प्राथमिकताओं पर नजर रखनी चाहिए|

देश के किसी भी इलाके में सात प्रथम श्रेणी के कॉलेज नहीं हैं| केवल तामा होलेनरसीपुर में ही ऐसी व्यवस्था है| मैंने दो करोड़ रुपये खर्च करके एक सरकारी स्कूल का विकास किया है| हम कोई निजी शिक्षण संस्थान नहीं चला रहे हैं| हम गरीबों के बच्चों की शिक्षा के लिए सरकारी व्यवस्था में सुधार कर रहे हैं| राज्य के चार हजार प्राथमिक विद्यालय बंद होने के कगार पर हैं| शिक्षा विभाग के पूर्व आयुक्त अजय नागभूषण द्वारा सरकार को लिखे गए पत्र पर गौर करें तो आपको पता चल जाएगा कि शिक्षा विभाग में भी किस हद तक लूट चल रही है| अगर स्कूल भवनों का निर्माण लोक निर्माण और ग्रामीण विकास विभाग संभालें, तो पैसे की बचत होगी| लेकिन उन्होंने शिकायत की कि भ्रष्टाचार के कारण निर्माण कार्य एक अलग व्यवस्था के जरिए किए जा रहे हैं| अगर सरकारी स्कूलों का काम नहीं संभाला जा सकता, तो लोक निर्माण और आवास निगमों को क्यों रखा गया है? अगर यही व्यवस्था जारी रही, तो शिक्षा व्यवस्था पूरी तरह से निजी क्षेत्र के अधीन हो जाएगी|