मद्दुर में कट्टरपंथियों द्वारा पथराव के जवाब में हिंदुओं ने जयघोष के साथ गणपति प्रतिमा का किया विसर्जन
मांड्या/शुभ लाभ ब्यूरो| मद्दुर में गणपति विसर्जन जुलूस के दौरान पथराव की घटना से अशांत मांड्या जिले के मद्दुर तालुक में, हिंदू समर्थक संगठनों ने कड़ी सुरक्षा के बीच गणपति प्रतिमाओं का विसर्जन कर शक्ति प्रदर्शन किया|
मद्दुर और आसपास के दस गाँवों की १८ गणपति प्रतिमाओं सहित कुल २८ गणपति प्रतिमाओं को पुलिस की घेराबंदी और तलाशी के बीच, हिंदू युवकों के गगनभेदी जयकारों और नारों के बीच शिमशा नदी में विसर्जित किया गया| हिंदू संगठनों द्वारा शक्ति प्रदर्शन के रूप में देखे जा रहे इस जुलूस में हिंदू युवकों की अप्रत्याशित उपस्थिति देखी गई और यह संदेश दिया गया कि सभी हिंदू एक हैं|
भाजपा-जेडीएस नेताओं ने मद्दुर कस्बे में आयोजित गणपति विसर्जन का समर्थन किया था, जो राख से ढका हुआ था| प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बी.वाई. विजयेंद्र, विधानसभा के दोनों सदनों में विपक्ष के नेता आर. अशोक, चलवाडी नारायणस्वामी, मैसूरु-कोडागु के सांसद यदुवीर वाडियार, विधायक चन्नबसप्पा, पूर्व मंत्री सी.टी. रवि, पुट्टाराजू, डॉ. अश्वथ नारायण, अभिनेत्री सुमलता अंबरीश, पूर्व विधायक प्रीत गौड़ा, सुरेश गौड़ा, तमन्ना और दोनों दलों के अन्य प्रमुख व्यक्ति उपस्थित थे| यह शोभायात्रा सुबह ११.४५ बजे मद्दुर शहर के काशी विश्वनाथ मंदिर से शुरू हुई और होलेबेडी, पेट स्ट्रीट, टीबी सर्कल, पुराने बेंगलूरु-मैसूरु रोड से होते हुए तीन किलोमीटर की यात्रा करते हुए कोल्ली सर्कल पहुँची और शिमशा नदी में विसर्जित कर दी गई|
पूजा, होम, हवन जैसी परंपराओं के बीच, मूर्ति को शिमशा में विसर्जित किया गया| लगभग ३ किलोमीटर तक चली गणेश शोभायात्रा में डोल्लु कुनिता, वीरगासे, कंसाले और अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए| बड़ी संख्या में युवा एकत्रित हुए और जय गणेश व जय विनायक के नारे लगाकर अपनी भक्ति प्रदर्शित की| हिंदू गणपति विसर्जन के उपलक्ष्य में पूरा मद्दुर कस्बा भगवा रंग में रंग गया| विनायक के भक्त मांड्या, श्रीरंगपटना, मालवल्ली और आसपास के तालुकों से बड़ी संख्या में पहुँचे थे| सुबह से ही बड़ी संख्या में कस्बे में पहुँचे युवा माथे पर तिलक, सिर पर रूमाल और भगवा शॉल ओढ़े जयकार के नारे लगा रहे थे| विजयेंद्र, अशोक और अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने आईबी सर्कल पर पूजा-अर्चना की और जुलूस को हरी झंडी दिखाई| जुलूस में शामिल हिंदू युवा अपने नेताओं को भी साथ लेकर चलते दिखाई दिए| जैसे ही जुलूस संवेदनशील और अति संवेदनशील इलाकों से गुजरा, कुछ लोगों ने अचानक पटाखे फोड़कर जश्न मनाया|
गणेश विसर्जन के दौरान पथराव से अशांत मद्दुर कस्बे में किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए पुलिस ने कड़ा पहरा लगा दिया था| सामूहिक गणेश विसर्जन हो रहा है और किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए सुरक्षा बढ़ा दी गई है| एहतियात के तौर पर, सुरक्षा के लिए केएसआरपी, डीएआर और आरएएफ की टुकड़ियाँ तैनात की गईं| जुलूस से पहले, आईबी, दक्षिण क्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक बोरलिंगैया, जिला पुलिस अधीक्षक मल्लिकार्जुन बालादंडी के नेतृत्व में पाँच पुलिस अधीक्षकों और चार अतिरिक्त पुलिस अधीक्षकों सहित दो हजार से अधिक पुलिसकर्मियों को सुरक्षा के लिए तैनात किया गया था|
-राज्य सरकार पर जमकर निशाना साधा
विरोध प्रदर्शन के दौरान बोलते हुए, विजयेंद्र, अशोक, सी.टी. रवि सहित कई लोगों ने राज्य सरकार पर जमकर निशाना साधा| सरकार ने ऐसी स्थिति पैदा कर दी है कि आज हिंदू देवता गणेश की शोभायात्रा सरकारी तुष्टिकरण के कारण नहीं निकाली जा सकती| उन्होंने इस बात पर तीखा प्रहार किया कि यह लोकतांत्रिक व्यवस्था है या तालिबानी सरकार| जिहादी, जो इस मानसिक स्थिति में हैं कि वे चाहे कुछ भी करें, सरकार उनकी रक्षा करेगी, गणेश जुलूस पर पत्थर फेंकते हैं| नेताओं ने आरोप लगाया कि सरकार इसमें मदद कर रही है|
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