बाढ़ प्रभावित गांवों की संख्या ८५ हुई
कलबुर्गी में ६,६६४ लोगों को बचाया गया, ५३ राहत केंद्र स्थापित किए गए
कलबुर्गी/शुभ लाभ ब्यूरो| जिले में भीमा नदी के उफान से प्रभावित गाँवों की संख्या रविवार को बढ़कर ८५ हो गई| लगातार बारिश और पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र से भारी मात्रा में पानी आने के कारण बाढ़ आ रही है| जमीनी स्तर पर बचाव और राहत कार्यों का नेतृत्व कर रही उपायुक्त फौजिया तरन्नुम ने बताया कि ५३ राहत केंद्र खोले गए हैं और ६,६६४ लोगों को बचाया गया है|
उन्होंने कहा बचाव अभियान सभी प्रभावित तालुकों - अफजलपुर, जेवरगी, कलबुर्गी, चित्तपुर, चिंचोली, सेदम, कलगी और शाहाबाद - में चलाया जा रहा है| कुल ३,०५० पुरुषों, २,२७० महिलाओं और १,३४४ बच्चों को पास के राहत केंद्रों में पहुँचाया गया है, जहाँ उन्हें भोजन, आवश्यक सुविधाएँ और स्वास्थ्य विभाग द्वारा नियमित जाँच प्रदान की जा रही है| आने वाले दिनों में बारिश का अनुमान है, इसलिए सोना और बेनेटोरा बैराज से पानी का बहाव बढ़ने की उम्मीद है| बचाव कार्यों में सहायता के लिए, चित्तपुर तालुका के वाडी में एनडीआरएफ की २० सदस्यीय टीम और अफजलपुर तालुका के मन्नूर में एसडीआरएफ की एक टीम तैनात की गई है|
पुलिस, होमगार्ड और अग्निशमन एवं आपातकालीन सेवाएँ बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में मुस्तैद हैं और राहत कार्यों में सक्रिय रूप से भाग ले रही हैं| तरन्नुम ने आगे कहा बाढ़ प्रबंधन को मजबूत करने के लिए, प्रभावित क्षेत्रों में बचाव और राहत केंद्रों पर ३९ अधिकारियों को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है| मानव और पशु हताहतों को रोकने के लिए एहतियाती उपाय किए जा रहे हैं| बाढ़ के पानी ने सड़कों को क्षतिग्रस्त कर दिया है और कई पुल जलमग्न हो गए हैं, जिससे परिवहन बाधित हुआ है| पुलिस को वाहनों की सुचारू आवाजाही सुनिश्चित करने के लिए वैकल्पिक व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए हैं| लगातार बारिश से घरों के गिरने का खतरा बढ़ गया है और निवासियों से सतर्क रहने का आग्रह किया जा रहा है|
लोगों को घबराना नहीं चाहिए| जिला प्रशासन नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए चौबीसों घंटे काम कर रहा है| अधिकारियों ने नदियों में जाने के खिलाफ सख्त चेतावनी जारी की है| नदियों में तैरना, जोखिम भरे स्टंट, कपड़े धोना, मवेशी चराना या मछली पकड़ना सख्त मना है| निवासियों को सलाह दी गई है कि वे पुलों, नदी के किनारों, मंदिरों, मस्जिदों और नदी के किनारे स्थित अन्य प्रार्थना स्थलों से बचें, और खतरनाक स्थानों पर सेल्फी या तस्वीरें लेने से बचें| चिकित्सा शिक्षा मंत्री शरण प्रकाश पाटिल, कल्याण कर्नाटक क्षेत्र विकास बोर्ड के अध्यक्ष अजय सिंह, कर्नाटक राज्य नीति एवं योजना आयोग के उपाध्यक्ष बी.आर. पाटिल और अन्य नेताओं ने रविवार को अपने-अपने निर्वाचन क्षेत्रों के प्रभावित इलाकों का दौरा किया|