15,600 नए घर, 244 कचरा प्रबंधन वाहन, स्ट्रीट वेंडरों को संगठित करने का अभियान लॉन्च
धामी का बड़ा ऐलान
देहरादून, 01 अक्टूबर (एजेंसियां): उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को अपने आवास परिसर स्थित मुख्य सेवक सदन से शहरी विकास की कई महत्वाकांक्षी योजनाओं का लोकार्पण किया। इस अवसर पर उन्होंने प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) के अंतर्गत बीएलसी घटक से नव-निर्मित 15,600 आवासों का लोकार्पण किया। इसके साथ ही राज्य के 52 नगर निकायों में 115 अर्बन आयुष्मान आरोग्य मंदिरों की शुरुआत की गई।
मुख्यमंत्री ने शहरी गरीबों को राहत देने के उद्देश्य से फेरी व्यवसायियों (स्ट्रीट वेंडर्स) के पंजीकरण का वृहत अभियान एवं अंगीकार 2.0 भी लॉन्च किया।
स्वच्छता और ठोस अपशिष्ट प्रबंधन को सुदृढ़ करने के लिए 244 नए वाहनों को राज्य को समर्पित किया गया, जिन्हें उन्होंने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
स्वच्छता में ‘अटल निर्मल नगर’ पुरस्कार
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने स्वच्छता सर्वेक्षण 2024-25 में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले नगर निकायों को अटल निर्मल नगर पुरस्कार प्रदान किए।
अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि इन पहलों से उत्तराखंड के नगर निकायों में स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार, शहरी गरीबों को आवास उपलब्ध कराने, फेरी व्यवसायियों को संगठित कर उन्हें आजीविका से जोड़ने तथा ठोस अपशिष्ट प्रबंधन में बड़ा परिवर्तन देखने को मिलेगा।
उन्होंने जोर देकर कहा कि उत्तराखंड के नगर निकाय देश के लिए आदर्श प्रस्तुत करेंगे और स्वच्छता सर्वेक्षण में उत्कृष्ट प्रदर्शन करेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि "प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन और सहयोग से हमारी राज्य सरकार उत्तराखंड के विकास को नई दिशा देने के लिए निरंतर प्रयासरत है।"
उन्होंने कहा कि स्मार्ट सिटी मिशन, पीएम स्वनिधि योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना, अमृत मिशन जैसी जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ राज्य के हर नागरिक को देने का प्रयास किया गया है।
युवाओं के मुद्दे पर ‘धामी’ का सीधा वार
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने हाल के युवाओं से जुड़े मुद्दों पर भी विपक्ष पर कड़ा हमला बोला। उन्होंने कहा,
"युवाओं के हित में मैं सर झुका भी सकता हूं और खुद को मिटा भी सकता हूं।"
धामी ने स्पष्ट किया कि हाल में नकल प्रकरण की जानकारी मिलते ही सरकार ने तुरंत कार्रवाई करते हुए आरोपियों को गिरफ्तार किया और एसआईटी का गठन किया।
उन्होंने विपक्ष पर आरोप लगाया कि वह इस मामले की आड़ में युवाओं को ढाल बनाकर अपनी राजनीतिक रोटियां सेंक रहा है और प्रदेश में अराजकता फैलाने की कोशिश कर रहा है।
धामी ने कहा कि जो लोग अपने राजनीतिक स्वार्थ के चलते सीबीआई और ईडी की जांच पर सवाल उठाते रहे हैं, वही लोग इस प्रकरण में युवाओं को आगे कर सीबीआई जांच की मांग कर राजनीतिक लाभ उठाना चाहते थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि "हमारे बच्चों की परेशानियों को देखकर और अराजक तत्वों के षड्यंत्र को विफल करने के लिए मैंने स्वयं युवाओं से मुलाकात कर उन्हें आश्वस्त किया कि सीबीआई जांच कराई जाएगी और उनकी सभी न्यायोचित मांगें पूरी की जाएंगी।"
उन्होंने बताया कि सरकार ने भर्ती प्रक्रियाओं को पारदर्शी बनाने और नकल माफियाओं पर अंकुश लगाने के लिए देश का सबसे सख्त नकल विरोधी कानून लागू किया है।
इसी का परिणाम है कि पिछले चार वर्षों में राज्य के 25 हजार से अधिक युवाओं को सरकारी नौकरी मिली है।
उन्होंने कहा कि कुछ लोग यह कह रहे हैं कि सरकार युवाओं या सीबीआई जांच की मांग करने वालों के आगे झुक गई। इस पर धामी ने दो टूक कहा,
"मैं युवाओं के हितों की रक्षा के लिए सर झुका भी सकता हूं और स्वयं को मिटा भी सकता हूं।"
इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी, राज्यसभा सांसद नरेश बंसल, विधायक उमेश शर्मा, सविता कपूर, मेयर सौरभ थपलियाल सहित विभिन्न नगर निकायों के मेयर, सचिव नितेश कुमार झा और शहरी विकास विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।