बिहार में विधानसभा चुनाव 6 और 11 नवंबर को
निर्वाचन आयोग ने की बिहार विधानसभा चुनाव की घोषणा
पहली बार केवल दो चरणों में पूरा किया जाएगा मतदान
14 नवंबर को घोषित होंगे परिणाम, आचार संहिता लागू
नई दिल्ली, 06 अक्टूबर (एजेंसियां)। राष्ट्रीय निर्वाचन आयोग ने बिहार में विधानसभा चुनाव की घोषणा कर दी। 243 विधानसभा सीटों के लिए बिहार में पहली बार दो चरण में ही चुनाव निपट जाएंगे। निर्वाचन आयोग की घोषणा के मुताबिक 6 नवंबर और 11 नवंबर को मतदान होगा। 14 नवंबर को नतीजे आ जाएंगे। बिहार में चुनाव की घोषणा के साथ ही आचार संहिता लागू हो गई है।
मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार के नेतृत्व में निर्वाचन आयोग की तीन सदस्यीय टीम बिहार में चुनावी तैयारियों की समीक्षा कर रविवार को दिल्ली लौट आई। इस बार तीन के बदले दो चरणों में मतदान कराने का निर्णय प्रवासी बिहारियों की छठ के बाद वापसी को ध्यान में रखकर तैयार किया गया। छठ के बाद पहले चरण में उत्तरी और मध्य जिलों को शामिल करने से मतदाता भागीदारी बढ़ सकती है। मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी) ज्ञानेश कुमार ने बिहार के विधानसभा चुनावों में 17 नए नियम-प्रावधान लागू करने की जानकारी दी थी।
बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान करते हुए मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने बताया कि बिहार विधानसभा चुनाव दो चरण में होंगे। छह नवंबर को पहले चरण का मतदान होगा और 11 नवंबर को दूसरे चरण का मतदान होगा। मतगणना 14 नवंबर को होगी। बिहार में कुल 7.43 करोड़ मतदाता हैं। 14 लाख मतदाता पहली बार वोट डालेंगे। अनुसूचित जाति के लिए 38 और अनुसूचित जनजाति के लिए दो सीटें आरक्षित हैं। निर्वाचन आयोग के मुताबिक 90,712 मतदान केंद्र होंगे। इनमें 76,801 ग्रामीण क्षेत्रों में होंगे और 13,911 शहरों में होंगे। मतदान केंद्रों को सौ फीसदी वेब कास्टिंग होगी। प्रत्येक मतदान केंद्र पर औसत 818 मतदाता होंगे।
साल 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव तीन चरण में हुए थे। जबकि 2015 के विधानसभा चुनाव पांच चरण में हुए थे। उससे पहले 2010 के विधानसभा चुनाव छह चरण में हुए थे। 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव में पहले चरण में 71 सीटों पर मतदान हुआ था। दूसरे चरण में 94 और तीसरे चरण में 78 सीटों पर चुनाव हुआ था। वहीं, 2015 के बिहार विधानसभा चुनाव में पहले चरण में 49, दूसरे चरण में 32, तीसरे चरण में 50, चौथे चरण में 55 और पांचवें में 57 सीटों पर मतदान हुआ था। बिहार में कुल 243 विधानसभा सीटें हैं।
2010 के विधानसभा चुनाव में छह चरणों में मतदान हुआ था। इनमें पहले चरण में 47 जिलों, दूसरे चरण में 45 जिलों, तीसरे चरण में 48 सीटों, चौथे चतरण में 42 सीटों, पांचवें चरण में 35 सीटों और छठे चरण में 26 सीटों पर मतदान हुआ था। राज्य में अक्टूबर 2005 में हुए विधानसभा चुनाव चार चरण में आयोजित किए गए थे। इस चुनाव में 243 सीटों पर कुल 2135 उम्मीदवारों ने चुनाव लड़ा था। इसमें पुरुष उम्मीदवारों की भागीदारी 93 फीसदी (1999) और महिला उम्मीदवारों की भागीदारी सात फीसदी (136) थी।
बिहार में मतदाता सूची के गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के बाद आई अंतिम मतदाता सूची में कुल 7.4 करोड़ मतदाता पंजीकृत हैं। इनमें पुरुष मतदाताओं का संख्या 3.9 करोड़ है। महिला मतदाताओं का आंकड़ा 3.4 करोड़ है। एसआईआर के बाद राज्य में मतदाताओं की संख्या में करीब 41 लाख की कमी आई है। वहीं, 2020 के विधानसभा चुनाव के मुकाबले इस बार पांच लाख से ज्यादा नए मतदाता वोट डालेंगे।
आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए बिहार में निर्वाचन आयोग के द्वारा विशेष गहन पुनरीक्षण यानी एसआईआर करवाया गया था। इसमें नए सिरे से बिहार में मतदाताओं की गणना की गई। यह प्रक्रिया जून से शुरू हुई थी जिसकी अंतिम सूची 30 सितंबर को आयोग की वेबसाइट पर जारी कर दी गई। 30 सितंबर 2025 को आई इस सूची के अनुसार बिहार में कुल 7,41,92,357 मतदाता पंजीकृत है। 2020 में यह आकड़ा 7,36,47,660 था। यानी, 2020 के मुकाबले इस बार चुनाव में 5,44,697 मतदाताओं का इजाफा हुआ है। हालांकि, एसआईआर के बाद राज्य में पंजीकृत मतदाताओं की संख्या में 47,77,487 कमी आई है।
2025 के विधानसभा चुनाव में 3,92,07,804 पुरुष मतदाता वोट डालने के लिए पात्र हैं। 2020 में यह आंकड़ा 3,87,89,388 था। पिछले चुनाव के मुकाबले पुरुष मतदाताओं की संख्या में 4,18,416 का इजाफा हुआ है। महिला मतदाताओं की बात करें तो इस बार के चुनाव में कुल 3,49,82,828 महिला मतदाता वोट डालने के लिए पंजीकृत हैं। 2020 में इनकी संख्या 3,48,55,815 थी। पांच साल में महिला मतदाताओं की संख्या में 1,27,013 का इजाफा हुआ है। इसके अलावा इस चुनाव में 1,725 अन्य मतदाता भी वोट डालने के लिए पंजीकृत हैं। 2020 में इनकी संख्या 2,457 थी। निर्वाचन आयोग के आंकड़ों के अनुसार, बिहार में 18-19 आयु वर्ग के 14,01,150 युवा मतदाता हैं। 20-29 आयु वर्ग के 1.63 करोड़ मतदाता हैं। वहीं, दिव्यांग मतदाताओं की संख्या 7,20,709 है।
एसआईआर से पहले बिहार में कुल मतदाताओं की संख्या 7,89,69,844 थी। एसआईआर के बाद 47,77,487 मतदाताओं को हटाया गया। आयोग ने बताया कि 22,34,136 मतदाताओं का मौत हो चुकी है। 6,85,000 मतदाता एक से ज्यादा बार दर्ज थे। 36,44,939 मतदाता स्थाई रूप से बिहार से बाहर चले गए। एसआईआर में दावे आपत्ति के बाद 3,66,742 मतदाता घटे हैं।