केंगेरी स्टेशन पर युवक ने ट्रेन के सामने कूदकर दी जान
बेंगलुरु मेट्रो में दर्दनाक हादसा: पर्पल लाइन सेवाएं देर तक बाधित
बेंगलुरु, 5 दिसम्बर,(एजेंसियां)। बेंगलुरु के केंगेरी मेट्रो स्टेशन पर शुक्रवार सुबह एक दर्दनाक घटना हुई, जहाँ 38 वर्षीय युवक शांतगौड़ पुलिसपाटिल ने चलती मेट्रो ट्रेन के सामने कूदकर अपनी जान दे दी। यह घटना सुबह करीब 8:15 बजे हुई और कुछ ही सेकंड में स्टेशन पर अफरा-तफरी का माहौल बन गया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, शांतगौड़ ने ट्रेन के आते ही सटीक समय पर छलांग लगाई, जिससे वह सीधे ट्रेन से टकरा गया और उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
घटना के तुरंत बाद लाइन पर परिचालन रुका
हादसे के बाद बेंगलुरु मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (BMRCL) ने पर्पल लाइन पर मैसूर रोड से चल्लाघट्टा तक की सेवाएं अस्थायी रूप से रोक दीं। सुरक्षा कारणों से यात्रियों को अगले स्टेशनों पर रोक दिया गया और स्टेशन परिसर को कुछ समय के लिए खाली कराया गया।
पुलिस ने पैरामेडिकल टीम की मदद से शव को तुरंत पटरियों से हटाया। मौके पर पहुंची केंगेरी पुलिस की टीम ने घटनास्थल का निरीक्षण किया और आसपास मौजूद लोगों से पूछताछ की। प्रारंभिक जांच में यह स्पष्ट हुआ है कि यह मामला आत्महत्या का है।
BMRCL ने दी सेवा बहाली की सूचना
घटना के लगभग डेढ़ घंटे बाद BMRCL ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर अपडेट जारी करते हुए बताया कि—
“सुबह 9:40 बजे तक ज्ञान भारती और चल्लाघट्टा के बीच की सेवाएं पूरी तरह बहाल कर दी गई हैं। अब पूरे पर्पल लाइन पर ट्रेन परिचालन सामान्य समय-सारिणी के अनुसार चल रहा है।”
इस सूचना के बाद यात्रियों ने राहत की सांस ली, हालांकि कई ऑफिस-गोअर्स और छात्रों को सुबह के व्यस्त समय में खासी परेशानी का सामना करना पड़ा।
शांतगौड़ की पहचान और जांच में जुटी पुलिस
मृतक की पहचान शांतगौड़ पुलिसपाटिल के रूप में हुई है, जिसकी उम्र 38 वर्ष बताई गई है। पुलिस उसके परिवार वालों से संपर्क करने और घटना के पीछे की वजह का पता लगाने में जुटी है। मोबाइल फोन, सीसीटीवी फुटेज और स्टेशन के करीब मौजूद प्रत्यक्षदर्शियों के बयान जुटाए जा रहे हैं।
पुलिस के एक अधिकारी के मुताबिक—
“शांतगौड़ ने जानबूझकर ट्रेन के सामने छलांग लगाई है। यह आत्महत्या का मामला प्रतीत होता है। हम मानसिक स्थिति, पारिवारिक परिस्थितियों और अन्य पहलुओं की भी जांच कर रहे हैं।”
रेल सुरक्षा पर फिर उठे सवाल
इस घटना ने एक बार फिर मेट्रो स्टेशनों की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। कई यात्रियों ने कहा कि प्लेटफॉर्म स्क्रीन डोर (PSD) न होने की वजह से ऐसे हादसे अक्सर संभव हो जाते हैं। हालांकि BMRCL लंबे समय से PSD लगाने की योजना पर काम कर रहा है, लेकिन यह अभी तक लागू नहीं हो सका है।
यात्रियों में चिंता और प्रशासन पर दबाव
हादसे के बाद स्टेशन पर मौजूद लोगों में डर का माहौल देखने को मिला। सुबह के व्यस्त समय में हजारों यात्रियों की आवाजाही होने के कारण ऐसी घटनाएँ न केवल मानसिक रूप से परेशान करती हैं, बल्कि यातायात व्यवस्था को भी प्रभावित करती हैं।
फिलहाल, केंगेरी पुलिस पूरे मामले की विस्तृत जांच कर रही है और पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का इंतजार है, जिससे घटना की परिस्थितियों पर और स्पष्टता मिलेगी।

