अब राजौरी और पुंछ के कस्बों में बनेंगे बंकर

जम्मूवासी भी चाहते हैं ऐसी सुरक्षा व्यवस्था

 अब राजौरी और पुंछ के कस्बों में बनेंगे बंकर

जम्मू13 मई (ब्यूरो)। जम्मू शहरराजौरी और पुंछ कस्बों को निशाना बनाकर पाक सेना द्वारा की गई भीषण गोलाबारी के बादजो पिछले कई वर्षों में अनसुनी घटना थीसरकार दोनों सीमावर्ती कस्बों के अलावा कुछ अन्य छूटे हुए क्षेत्रों में सामुदायिक बंकरों के निर्माण की योजना बना रही हैताकि भविष्य में दुश्मन द्वारा किसी भी तरह की बढ़ोतरी की स्थिति में लोगों को शरण लेने में मदद मिल सके। ऐसे कस्बों में जम्मू शहर को भी शामिल किए जाने की योजनाएं हैं जो इस बार पाक मिसाइलों के हमलों का शिकार बना।

अधिकारियों ने बताया कि केंद्रीय गृह मंत्रालय और पूर्ववर्ती राज्य सरकार ने पहले क्षेत्र में एलओसी और इंटरनेशनल बार्डर पर व्यक्तिगत और सामुदायिक दोनों तरह के बंकरों के निर्माण की सुविधा प्रदान की थी। कुछ लोगों ने अपने दम पर बंकरों का निर्माण भी किया है। हालांकिराजौरी और पुंछ कस्बों में बंकरों का निर्माण नहीं किया गया थाक्योंकि पिछले कई वर्षों से भारी गोलाबारी और गोलीबारी की स्थिति में भी पाकिस्तानी सेना ने उन्हें निशाना नहीं बनाया थाजो कि अग्रिम क्षेत्रों तक ही सीमित हुआ करती थी। वैसे जम्मू शहर में भी कभी बंकर इसलिए नहीं बनाए गए थे क्योंकि इससे पहले हुई लड़ाईयों और लड़ाई के माहौल में कभी भी जम्मू शहर पर इस तरह की मिसाइलें नहीं गिरी थीा

जानकारी के लिए भारतीय सशस्त्र बल द्वारा पाकिस्तान में ऑपरेशन सिंदूर के बाद 7 और 8 मई की मध्यरात्रि को पहली बार पाकिस्तानी सैनिकों ने पुंछ शहर को सीधे निशाना बनाकर भारी गोलाबारी शुरू कीजिसमें 16 नागरिक मारे गए। एक दिन बादपाकिस्तानी सैनिकों ने राजौरी शहर को निशाना बनाते हुए लंबी दूरी के मोर्टार गोले दागेजिसमें एक जेकेएएस अधिकारी सहित तीन नागरिक मारे गएजबकि पुंछ में एक अन्य नागरिक मारा गया। दोनों जिलों में पाक गोलाबारी में कुल 19 नागरिक मारे गए। अधिकारियों के अनुसारराजौरी और पुंछ शहरों में लोग अचंभित थे क्योंकि उन्हें उम्मीद नहीं थी कि पाकिस्तानी सेना लंबी दूरी के मोर्टार गोले से शहरों पर हमला करेगी क्योंकि पिछले कई सालों में ऐसा नहीं किया गया था। अधिकांश लोगों के पास छिपने के लिए बंकर नहीं थे और इस तरह वे शिकार बन गए। जबकि 19 नागरिक मारे गए75 से अधिक अन्य घायल हो गए।

अधिकारियों के बकौलअब सरकार राजौरी और पुंछ शहरों में सामुदायिक बंकरों के निर्माण की योजना बना रही है ताकि लोग सूत्रों ने कहा कि भविष्य में ऐसी किसी भी गोलाबारी की स्थिति में लोग वहां शरण लें। साथ हीउन्होंने कहा कि सरकार ने आपदा मानदंडों के अनुसार राहत वितरित करने के लिए पाकिस्तान की गोलाबारी में घरों और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों को हुए नुकसान का शीघ्र आकलन करने का निर्देश दिया है। अधिकारी कहते हैं कि अधिकारियों को गोलाबारी में हुए नुकसान के लिए राहत के तत्काल वितरण के लिए आकलन शुरू करने और पूरा करने का निर्देश दिया गया है। उनका कहना है कि सरकार ने पहले ही पाकिस्तान की गोलाबारी और गोलीबारी में मारे गए और घायल हुए लोगों के परिजनों के लिए अनुग्रह राशि की घोषणा की है।

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