भारत में लॉन्च हुआ पहला स्वदेशी भाषा वाला एआई मॉडल
22 भाषाओं में करेगा अनुवाद; दूर होंगी संवाद चुनौतियां
नई दिल्ली, 03 जून (एजेंसियां)। केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने भारतीय भाषाओं के लिए स्वदेशी एआई मॉडल भारत जेन लॉन्च किया। यह मॉडल आईआईटी बॉम्बे में विकसित हुआ है और देश के भाषाई-सांस्कृतिक विकास में अहम भूमिका निभाएगा। इस तरह भारतीय भाषाओं के लिए स्वदेशी रूप से विकसित कृत्रिम बुद्धिमत्ता आधारित मल्टीमॉडल वृहद भाषा मॉडल (एलएलएम) भारत जेन का शुभारंभ हो गया।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि राष्ट्रीय अंतःविषयी साइबर-भौतिक प्रणाली मिशन के तहत विकसित और आईआईटी बॉम्बे में आईओटी (इंटरनेट ऑफ थिंग्स) और आईओई (इंटरनेट ऑफ एवरीथिंग) के लिए टीआईएच फाउंडेशन के जरिए कार्यान्वित भारत जेन का उद्देश्य भारत के भाषाई और सांस्कृतिक स्पेक्ट्रम में एआई विकास में क्रांति लाना है। यह पहल विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग (डीएसटी) द्वारा समर्थित है तथा अग्रणी शैक्षणिक संस्थानों, विशेषज्ञों और नवप्रवर्तकों के एक संघ को एक साथ लाती है। सिंह ने कहा कि भारत जेन ऐसा एआई बनाने का राष्ट्रीय मिशन है जो नैतिक, समावेशी, बहुभाषी हो और भारतीय मूल्यों तथा लोकाचार में गहराई से निहित हो। यह प्लेटफॉर्म पाठ, भाषण और छवि के तौर-तरीकों को एकीकृत करता है तथा 22 भारतीय भाषाओं में निर्बाध भाषाई एआई समाधान प्रदान करता है। यह पहल स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा, कृषि और शासन जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों को सशक्त बनाएगी। साथ ही क्षेत्र-विशिष्ट एआई समाधान प्रदान करेगी जो प्रत्येक भारतीय की जरूरतों को समझेंगे और उनकी सेवा करेंगे।
दूसरा पहलू यह भी है कि एआई और मशीन लर्निंग क्षेत्र में भर्तियां तो 25 फीसदी बढ़ी हैं, लेकिन सूचना प्रौद्योगिकी में 5 प्रतिशत गिरावट आई है। एआई और मशीन लर्निंग क्षेत्र में भर्तियों में सालाना आधार पर 25 प्रतिशत की तेजी दर्ज हुई है, जबकि आईटी सेक्टर में नौकरियां 5 प्रतिशत घटी हैं। रियल एस्टेट और बीमा क्षेत्र में मामूली बढ़ोतरी हुई, वहीं बैंकिंग-फाइनेंस क्षेत्र में यूनिकॉर्न कंपनियों ने 29 प्रतिशत तक भर्ती बढ़ाई। हैदराबाद, कोच्चि और पुणे में भी नियुक्तियों में इजाफा हुआ।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग (एआई/एमएल) क्षेत्र में सालाना आधार पर भर्तियों में 25 फीसदी की तेजी आई है। सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र (आईटी) में नौकरियां सालाना आधार पर पांच फीसदी घटी हैं। नौकरी जॉबस्पीक की रिपोर्ट के अनुसार, महानगरों में एआई/एमएल में भर्ती की रफ्तार बनी रही। वरिष्ठ पेशेवरों की मांग भी स्थिर रही। यह रुझान पिछले एक साल से स्थिर है। मई, 2025 में समग्र भर्ती स्थिर रही। हालांकि, रियल एस्टेट (5 फीसदी) और बीमा (6 फीसदी) जैसे उद्योग में ठीक-ठाक तेजी रही। खुदरा, दूरसंचार, बैंकिंग, फा
एनएलबी सर्विसेज ने कहा, भारत के हरित क्षेत्र में 2027-28 तक 72.9 लाख नौकरियां जुड़ने की उम्मीद है। इसमें हरित तकनीक क्षमताओं के निर्माण में तेजी से निवेश हो रहा है। नए रोजगार का अधिकांश हिस्सा नवीकरणीय ऊर्जा, कचरा प्रबंधन, ई-वाहन, टिकाऊ वस्त्र और हरित निर्माण जैसे उद्योगों से आएगा। हरित परिवर्तन को बढ़ावा देना भारतीय कंपनियों के लिए प्राथमिकता बनती जा रही है। हरित क्षेत्र में 2047 तक 3.5 करोड़ नौकरियां जुड़ने की उम्मीद है।
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