शाहजहांपुर में एक दिन के लिए एसपी बनी छात्रा त्रिगुणा
एक दिन की एसपी ने एक दंपति का रिश्ता टूटने से बचाया
शाहजहांपुर, 11 जून (एजेंसियां)। शाहजहांपुर में मिशन शक्ति के तहत छात्रा त्रिगुणा खाती को एक दिन का पुलिस अधीक्षक (एसपी) बनाया गया। छात्रा ने एसपी कार्यालय में बैठकर लोगों की समस्याएं सुनकर निदान किया। इस दौरान दंपति के विवाद का निपटारा भी कराया।
शाहजहांपुर में मिशन शक्ति फेज-5 के तहत एसपी राजेश द्विवेदी की पहल पर छात्राओं को एक दिन का पुलिस अधिकारी बनने का मौका दिया गया। होली एंजिल स्कूल की छात्रा त्रिगुणा खाती को एक दिन का पुलिस अधीक्षक बनाया गया। वहीं, अन्य छात्राएं एएसपी और सीओ बनीं। होली एंजल स्कूल की छात्रा त्रिगुणा खाती ने इस वर्ष 12वीं की परीक्षा पास की है। उनके पिता हेमंत खाती और मां अपर्णा ओसीएफ में कनिष्ठ कार्य प्रबंधक के पद पर कार्यरत हैं। मंगलवार की सुबह कार्यालय पहुंचकर त्रिगुणा ने एसपी की कुर्सी संभाली और जनता की समस्याएं सुनीं। संबंधित अधिकारियों को मामले के निस्तारण के निर्देश दिए।
छात्रा ने कहा कि यह काम देखने में सरल, लेकिन वास्तव में कठिन है। एसपी राजेश द्विवेदी ने बताया कि स्कूलों में अच्छा प्रदर्शन करने वालीं छात्राओं को एक दिन का पुलिस कप्तान बनने का मौका दिया गया है। इससे उनके नजरिए में बदलाव आएगा। छात्रा ने बतौर एसपी एक दंपति के बीच चल रहे विवाद में समझौता भी कराया। इस दौरान एसपी सिटी देवेंद्र कुमार, एसपी ग्रामीण भंवरे दीक्षा अरुण, सीओ सिटी पंकज पंत, परिवार परामर्श केंद्र प्रभारी मधु यादव आदि मौजूद रहे।
एक दिन की एसपी बनीं छात्रा त्रिगुणा खाती के समक्ष एक महिला पेश हुई। एसपी ने पहले महिला को सीट पर बैठाया, फिर समस्या पूछी। महिला बोली, पति बहुत परेशान करता है, इसलिए मायके में रह रही हूं। इसके बाद एसपी बनी छात्रा ने महिला के पति को बुलाया। पति बोला, मेरी मां नहीं हैं, पिता हैं, हमें तो रोटी मिल जाएगी उन्हें रोटी बनाकर कौन देगा? उन्हें भी रोटी दें तो हमें साथ रहने में कोई दिक्कत नहीं। एसपी ने दोनों को साथ रहने के लिए प्रेरित किया। इसके बाद दोनों ने साथ रहने का फैसला लिया।
परौना थाना क्षेत्र की एक महिला अपनी बेटी के साथ पुलिस कार्यालय पहुंची। यहां महिला की समस्या एक दिन की कप्तान ने सुनी। महिला बोली, दो दिन पूर्व दावत में विवाद हुआ था। इस बीच विपक्षियों ने बेटी के साथ अभद्रता कर दी। थाने गए, लेकिन वहां सुनी नहीं गई। दूसरे दिन भी गए, लेकिन नहीं सुनी। मजबूर होकर यहां आए हैं। छात्रा ने तुरंत परौर थाना प्रभारी से ऑनलाइन बात की। कहा कि इन्हें देख लीजिए। ये लोग थाने आ रहे हैं। कार्रवाई करें। थाने पर सुनी नहीं गई, यह शिकायत नहीं आनी चाहिए।
निगोही का एक मामला एक दिन की पुलिस कप्तान के पास पहुंचा। पीड़ित बोला, साहब हम लोगों को बहुत पीटा गया है। कप्तान ने पूछा, थाने पर गए या नहीं। पीड़ित बोला, साहब थाने गए थे, रिपोर्ट भी दर्ज है, लेकिन कार्रवाई नहीं हो रही। तब कप्तान ने मामले की जांच कराकर कार्रवाई का आश्वासन दिया। रोजा के मोहल्ला लोदीपुर का मामला पहुंचा। पीड़ित बोला, दुकान पर आकर कुछ लोगों ने लाठी-डंडों से पीट दिया। साहब थाने पर कार्रवाई नहीं हो रही। एक दिन की कप्तान त्रिगुणा खाती ने एसआई को लाइन पर लिया। मामले में कार्रवाई करने के निर्देश देते हुए पीड़ित को थाने भेजा।
होली एंजिल पब्लिक स्कूल की छात्रा हनुषा को एक दिन का एसपी सिटी बनाया गया। साथ ही 12वीं की परीक्षा में 78 प्रतिशत अंक प्राप्त करने वाली डाॅ. सुदामा प्रसाद कन्या इंटर कॉलेज की छात्रा चैतन्या रस्तोगी को एक दिन का एसपी ग्रामीण व आर्य कन्या इंटर कॉलेज में कक्षा 11 की छात्रा अदिति मिश्रा को एक दिन का सीओ सिटी बनाया गया। छात्राओं ने कुर्सी संभालकर जनता की समस्याएं सुनकर संबंधितों को उचित दिशा-निर्देश दिए। छात्राओं के लिए यह अनुभव बहुत ही रोमांचकारी और सीख देने वाला रहा।