पुलिस महानिदेशक राजीव कृष्ण का आधिकारिक बयान
आठ साल में यूपी में मारे गए 234 खूंखार अपराधी
मुठभेड़ों में घायल हुई 9202 अपराधी
लखनऊ, 19 जून (एजेंसियां)। उत्तर प्रदेश में सख्त कानून व्यवस्था का दावा करते हुए राज्य के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) राजीव कृष्ण ने कहा कि आठ साल के दरम्यान अपराधियों पर बरती गई कठोरता के कारण उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था सुदृढ़ हुई है और प्रदेश में महिलाएं सुरक्षित महसूस कर रही हैं। डीजीपी ने कहा, पिछले 8 साल में यूपी पुलिस के साथ हुई विभिन्न मुठभेड़ों में 234 दुर्दांत अपराधी मारे गए जबकि 9,202 अपराधी घायल हुए। डीजीपी ने कहा कि अपराध को लेकर योगी सरकार जीरो टॉलरेंस नीति के तहत पिछले आठ वर्ष में अपराधियों के खिलाफ लगातार कार्रवाई की गई।
डीजीपी ने बताया कि योगी सरकार के आठ वर्षों में यूपी पुलिस के साथ मुठभेड़ की 14,741 घटनाएं हुईं, जिनमें 30,293 अपराधियों को गिरफ्तार किया गया। अपराधियों से मुकाबला करते हुए 18 पुलिसकर्मी शहीद हुए और 1,700 पुलिसकर्मी घायल हुए। उत्तर प्रदेश में सबसे अधिक मुठभेड़ मेरठ जोन में हुई जहां पुलिस ने 4,183 कार्रवाई की। इनमें 7,871 अपराधी पकड़े गए जबकि 2,839 अपराधी घायल हो गए। इस दौरान 77 कुख्यात अपराधी मौके पर ही मारे गए। इस दौरान 452 पुलिसकर्मी घायल हुए जबकि अपने कर्तव्य का निर्वहन करते हुए दो पुलिसकर्मियों की शहादत हुई।
डीजीपी राजीव कृष्ण ने बताया कि मुठभेड़ के मामले में मेरठ जोन पूरे प्रदेश में पहले स्थान पर रहा है। उन्होंने कहा कि वाराणसी ज़ोन में मुठभेड़ की 1,041 घटनाएं हुईं, जिनमें 2,009 अपराधियों को गिरफ्तार किया गया जबकि 26 अपराधियों को मुठभेड़ में ढेर कर दिया गया। इस दौरान 605 अपराधी और 96 पुलिसकर्मी घायल हुए। पूरे प्रदेश में वाराणसी जोन मुठभेड़ मामले में दूसरे स्थान पर है।
डीजीपी के मुताबिक इस संबंध में आगरा जोन राज्य में तीसरे स्थान पर है। यहां 2,288 मुठभेड़ की घटनाएं हुईं, जिनमें 5,496 अपराधियों को दबोचा गया। इस दौरान 715 अपराधी घायल हुए जबकि 19 अपराधी मार गिराए गए। मुठभेड़ के दौरान 56 पुलिसकर्मी घायल हुए। डीजीपी ने कहा कि योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में पिछले 8 साल में पुलिस ने अपराधी या तो जेल में होगा या प्रदेश से बाहर के संकल्प को धरातल पर उतारा। इससे अपराधियों में भय और आम जनता में सुरक्षा की भावना बढ़ी है। यही वजह है कि प्रदेश की कानून-व्यवस्था की सराहना राष्ट्रीय स्तर पर हो रही है।