ग्रेटर नोएडा समेत सम्पूर्ण अधिकृत क्षेत्र की तस्वीर बदलने की तैयारी
यमुना प्राधिकरण की 85वीं बैठक में कई विकास योजनाओं की मंजूरी
ग्रेटर नोएडा, 19 जून (एजेंसियां)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यीडा) ने सम्पूर्ण ग्रेटर नोएडा अधिकृत क्षेत्र को आधुनिक तरीके से विकसित करने का रोडमैप प्रस्तुत किया है। यीडा के अध्यक्ष आलोक कुमार की अध्यक्षता में आयोजित हुई बैठक में मुख्य कार्यपालक अधिकारी डॉ. अरुणवीर सिंह सहित कई वरिष्ठ अधिकारियों और सदस्यों ने प्रस्तुत प्रस्तावों में सुरक्षा, पर्यटन, औद्योगिक निवेश, बिजली आपूर्ति, ग्रामीण विकास और भूखंडों के आवंटन से जुड़े अहम फैसले लिए गए।
ये निर्णय यमुना क्षेत्र में विकास को नई दिशा देने वाले माने जा रहे हैं और मास्टर प्लान-2041 के उद्देश्यों को पूरा करने के हिसाब से निर्मित किए गए हैं। उल्लेखनीय है कि गौतमबुद्ध नगर, बुलंदशहर, अलीगढ़, हाथरस,
बैठक में अर्बन सेंटर के बाहर पड़ने वाले कृषि भूमि के उपयोग तथा ग्रामीण आबादी क्षेत्रों में विकास के लिए मास्टर प्लान-2031 के फेज-2 (सम्पूर्ण क्षेत्र-रीजनल लेवल योजना) तैयार की गई है। इसमें ग्रामीण आबादी के 200 मीटर की त्रिज्या में रेजिडेंशियल, पब्लिक, इंस्टीट्
पहले चलाई गई ओटीएस योजना से प्राधिकरण को करीब 551 करोड़ रुपए की आय हुई थी। ऐसे में, इसे फिर से 1 जुलाई से 31 अगस्त 2025 तक लागू किया जाएगा, ताकि डिफॉल्टरों को दोबारा मौका मिल सके और बकाया राशि जमा हो सके। इसके साथ ही, सेक्टर 16, 17, 18, 20 और 22डी में इन्फॉर्मल सेक्टर के लिए 30 वर्गमीटर वाले लगभग 28,900 भूखंड विकसित किए जाएंगे। इसके अलावा 4288 भूखंडों की पहचान कर ली गई है। साथ ही, स्टील इंडस्ट्रियल क्लस्टर के लिए 2 हेक्टेयर भूमि आरक्षित की गई है, जिससे पावर इंटेंसिव इंडस्ट्रीज को बढ़ावा मिलेगा।