30 किलोमीटर लम्बी और 12, 578 ऊंचाई पर बन रही जोजिला टनल

पाकिस्तान की छाती पर होगा एक और प्रहार

30 किलोमीटर लम्बी और 12, 578 ऊंचाई पर बन रही जोजिला टनल

नई दिल्‍ली, 21 जुलाई, (एजेंसी)।  देश की सबसे लंबी रोड टनल का खिताब फिलहाल अटल टनल के पास है. लेकिन,  कुछ समय पश्‍चात यह तमगा उससे छिन जाएगा. भारत की सबसे लंबी सुरंग, यानी जोजिला टनल का निर्माण जोर-शोर से चल रहा है. इसका निर्माण कार्य 70 फीसदी पूरा हो चुका है. 11.578 फीट की ऊंचाई पर हिमालय का सीना चीर बन रही यह सुरंग एशिया की यह अपनी तरह की पहली सुरंग है. इस सुरंग के बनने से लेह-लद्दाख का संपर्क सालभर देश के अन्‍य भागों से बना रहेगा. अभी सर्दियों में भारी बर्फबारी के कारण लेह-लद्दाख का संपर्क टूट जाता है. इस सुरंग के बनने से वाहनों को खतरनाक जोजिला दर्रा पार नहीं करना होगा. इसे पार करने में साढे तीन घंटे लगते हैं. जोजिला टनल के चालू होने के बाद यह समय घटकर महज 15 मिनट रह जाएगा.

जोजिला सुरंग कश्मीर के गांदेरबल जिले में बालटाल को लद्दाख में करगिल जिले के द्रास कस्बे के मिनीमार्ग को जोड़ेगी. सोनमर्ग से मिनीमार्ग तक इस परियोजना की कुल लंबाई 31 किलोमीटर है. सोनमर्ग से बालटाल तक 18 किलोमीटर लंबा मार्ग है. यह Z मोड़ सुरंग से शुरू होता है और जोजिला टनल तक जाता है. जोजिला सुरंग बालटाल से शुरू होती है और मिनीमार्ग तक जाती है. साल 2021 में इस टनल का निर्माण शुरू किया गया था. साल 2027 तक इसके पूरे होने की संभावना जताई गई है. यह सुरंग आम जनता और पर्यटकों के साथ ही सेना के लिए भी बहुत अहम है. साल भर लद्दाख के सड़क मार्ग से देश से जुड़े रहने से सेना को भी चीन सीमा और सिचाचीन तक सैनिकों और साजोसामान पहुंचाने में दिक्‍कत नहीं होगी.
 
श्रीनगर से लेह जाने में बचेंगे तीन घंटे
अभी श्रीनगर से लेह जाने में 10 घंटे लगते हैं. सिर्फ जोजिला दर्रे को पार करने में ही तीन से साढ़े तीन घंटे लगते हैं. जोजिला सुरंग बनने से श्रीनगर से लेह जाने में कम से कम तीन घंटे कम लगेंगे. जोजिला दर्रा बहुत खतरनाक है. इस रास्‍ते पर तीखे मोड़ और खतरनाक ढलान है. इसी वजह से यहां दुर्घटनाएं भी होती रहती हैं. इसी तरह अभी बालटाल से मीनामार्ग की दूरी 40 किलोमीटर है. जोजिला सुरंग बनने यह केवल 13 किलोमीटर रह जाएगी.
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