मडिगा समुदाय के लोगों ने किया आंदोलन
हम जानते हैं कि अगर हम सड़कों पर उतरेंगे, तो आपको घर भेज देंगे: ए. नारायणस्वामी
बेंगलूरु/शुभ लाभ ब्यूरो| पूर्व केंद्रीय मंत्री ए. नारायणस्वामी ने चेतावनी दी है कि अगर आंतरिक आरक्षण तुरंत लागू नहीं किया गया, तो मडिगा लोग राज्य सरकार के खिलाफ असहयोग आंदोलन शुरू करेंगे| कर्नाटक मडिगा संगठन महासंघ द्वारा फ्रीडम पार्क में आंतरिक आरक्षण लागू करने की मांग को लेकर एक विरोध प्रदर्शन आयोजित किया गया| इस अवसर पर बोलते हुए, उन्होंने कहा कि मडिगा लोग अब और इंतजार नहीं करेंगे| वे तुष्ट नहीं होंगे| वे अगले चुनाव तक इंतजार नहीं करेंगे| राज्य के सभी जिलों में संघर्ष चल रहा है|
उन्होंने बताया कि दलगत मतभेदों को भुलाकर संघर्ष जारी है| उन्होंने कहा कि यह भाजपा का संघर्ष नहीं है| उन्होंने पूछा कि कर्नाटक सरकार के लिए कुर्सी जरूरी है या समस्याएँ| उन्होंने सवाल किया कि राज्य सरकार के लिए विकास जरूरी है या कुर्सी| मडिगा लोगों को न्याय नहीं मिला है| हमारा धैर्य टूट गया है| हम अब और इंतजार नहीं कर सकते| उन्होंने कहा कि अगर हम सड़कों पर उतरेंगे, तो हमें पता है कि आपको घर भेज दिया जाएगा| उन्होंने इस बात की आलोचना की कि अगर आप १९७६ से मडिगाओं के साथ हुए अन्याय की रिपोर्ट देंगे, तो मुख्य सचिव बैठक नहीं करेंगे| आरक्षण केवल जनसंख्या के आधार पर नहीं है| लगभग ४० वर्षों से हो रहे अन्याय को देखते हुए आरक्षण दिया जाना चाहिए|
उन्होंने चेतावनी दी कि अगर कई दशकों से हो रहे अन्याय को देखते हुए और आरक्षण नहीं दिया गया, तो राज्य के मडिगा संघर्ष के लिए तैयार रहेंगे| उन्होंने मांग की कि सभी बकाया राशि का भुगतान किया जाए| अगर पुराने बकाया का भुगतान नहीं किया गया, तो वे उग्र संघर्ष करेंगे| आज राज्य के २६ जिलों में जिला कलेक्टर कार्यालय के सामने विरोध प्रदर्शन हो रहा है| यह मडिगाओं की जागरूकता का संकेत है| उन्होंने कहा कि इस राज्य के कई विधायक यह याद दिलाना चाहते हैं कि मडिगाओं के वोट के बिना विधायक बनना असंभव है|
उन्होंने आलोचना की कि जिन लोगों ने मडिगाओं के वोट प्राप्त किए और विधान सभा की सीढ़ियाँ चढ़ीं, उनकी जुबान फिसल गई है| क्या इसमें कहा गया है कि इस देश के मडिगाओं को आरक्षण नहीं दिया जाना चाहिए? उन्होंने सवाल किया वे जिला पंचायत और अन्य संस्थाओं के चुनावों में आरक्षण की बात करते हैं| इस राज्य और देश के शोषित वर्ग, अछूत मडिगाओं के साथ आजादी के बाद से लगातार अन्याय होता रहा है| कई मडिगा बच्चे बिना पैसे के एमबीबीएस नहीं कर पा रहे हैं| क्या आप यह सब समझते हैं? उन्होंने पूछा कि सबको न्याय दिलाने की बात कहने वाले समाजवादी मुख्यमंत्री किस बात के हिमायती हैं? उन्होंने आपत्ति जताई कि पिछड़े मडिगाओं को सभी मोर्चों पर एक भी योजना नहीं दी गई है| मडिगा हर जगह पिछड़े हैं| आपका समाजवाद कहाँ चला गया?