अदालत ने प्रज्वल रेवन्ना को बलात्कार मामले में दोषी पाया, आज सुनाई जाएगी सजा
बेंगलूरु/शुभ लाभ ब्यूरो| जनप्रतिनिधियों की विशेष अदालत ने एच.डी. रेवन्ना के बेटे और हासन के पूर्व सांसद प्रज्वल रेवन्ना को के.आर. नगर में एक नौकरानी के साथ बलात्कार के मामले में दोषी ठहराते हुए एक महत्वपूर्ण फैसला सुनाया है| बेंगलूरु की विशेष अदालत के न्यायाधीश संतोष गजानन भट शनिवार को सजा सुनाएँगे और संभावना है कि आरोपी प्रज्वल रेवन्ना को १० साल या आजीवन कारावास की सजा सुनाई जाएगी|
हाल के दिनों में यह एक दुर्लभ मामला है जब अदालत ने त्वरित सुनवाई करके बलात्कार के किसी मामले में फैसला सुनाया हो| जनप्रतिनिधियों की विशेष अदालत द्वारा दिए गए फैसले को उच्च न्यायालय या सर्वोच्च न्यायालय में चुनौती दी गई है और अपील दायर की गई है| फैसला सुनाने वाले विशेष अदालत के न्यायाधीश ने इसे कानूनी फैसला बताया| फैसला सुनाते समय, रेलिंग पर हाथ बाँधे खड़े प्रज्वल रेवन्ना की आँखों से आँसू छलक पड़े| कड़ी पुलिस सुरक्षा के बीच उन्हें तुरंत परप्पना अग्रहारा जेल ले जाया गया| अदालत, जिसने उसे एक बार फिर बलात्कारी करार दिया था, का मानना था कि ऐसे जघन्य कृत्य को अंजाम देने वाले आरोपी को जमानत देने से सभ्य समाज में एक बुरा संदेश जाएगा|
फैसला सुनाने से पहले, न्यायाधीश ने दोनों पक्षों की दलीलें और तर्क फिर से सुने| प्रज्वल रेवन्ना पर अपने बगीचे वाले घर में ४७ वर्षीय घरेलू कामगार के साथ बलात्कार करने का आरोप था| पीड़िता ने इस संबंध में २८ अप्रैल, २०२४ को हासन के होलेनरसीपुर टाउन पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई थी| अदालत ने २६ गवाहों से पूछताछ की थी| प्रज्वल रेवन्ना के खिलाफ कई धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया था| बीएनएस धारा ३७६ (२) उस समय की गई जब महिला अपने अधिकारों का प्रयोग करने की स्थिति में थी| ३७६ (२) महिला के साथ बार-बार बलात्कार, ३५४ यौन संबंध बनाने की माँग, ३५४ महिला के कपड़े उतारना, ३५४ महिला का अश्लील दृश्य फिल्माना, ५०६ जान से मारने की धमकी, २०१ सबूत नष्ट करने के आरोप लगाए गए| के.आर. नगर पीड़िता मामले में प्रज्वल के खिलाफ बलात्कार और अपहरण का मामला दर्ज किया गया था|
पूर्व सांसद प्रज्वल रेवन्ना पर पूर्व मंत्री रेवन्ना के परिवार के एक फार्महाउस में काम करने वाली एक नौकरानी के साथ बार-बार बलात्कार करने का आरोप लगाया गया था| इस तरह की पहली घटना २०२१ के आसपास, कोविड-लॉकडाउन के बीच हुई थी| अप्रैल २०२४ में लोकसभा चुनाव शुरू होते ही, हासन जिले में प्रज्वल रेवन्ना के खिलाफ अश्लील वीडियो वाली पेन ड्राइव वायरल हो गईं| कई महिलाओं पर यौन उत्पीड़न के २,९०० से ज्यादा वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुए| नौकरानी ने प्रज्वल रेवन्ना के खिलाफ शिकायत दर्ज नहीं कराई थी|
काम छोड़ने के बाद, यौन उत्पीड़न के दृश्य लीक होने के बाद पिछले साल शिकायत दर्ज कराई गई थी| अंततः, रेवन्ना के खिलाफ चार मामले दर्ज किए गए| होलेनरसीपुर की एक महिला की शिकायत के आधार पर जाँच शुरू की गई| पुलिस ने इस मामले में ३१ मई, २०२४ को प्रज्वल रेवन्ना को गिरफ्तार किया| बाद में, पुलिस ने के.आर. नगर निवासी एक घरेलू सहायिका की शिकायत के आधार पर बलात्कार का मामला दर्ज किया| प्रज्वल रेवन्ना पर मैसूरु के के.आर. नगर निवासी एक महिला के साथ बलात्कार का आरोप है| महिला का अपहरण कर उसे हुंसूर के पास एक फार्महाउस में रखा गया था ताकि मामला उजागर न हो| इस मामले में पूर्व मंत्री एच.डी. रेवन्ना और भवानी रेवन्ना सहित कुल ९ आरोपी हैं, और रेवन्ना और भवानी रेवन्ना को पहले ही जमानत मिल चुकी है|