जेहादी बनने की स्पेशल ट्रेनिंग दे रहा धर्मांतरण गिरोह
आगरा, 01 अगस्त (ब्यूरो)। अवैध धर्मांतरण गिरोह के सरगना के मोबाइल से पाकिस्तान के छह नंबर मिले हैं। उसकी व्हाट्सएप चैट भी सामने आई है, जिसमें सामूहिक धर्मांतरण की योजना का खुलासा हुआ है। अवैध धर्मांतरण गिरोह के सरगना दिल्ली निवासी अब्दुल रहमान की कॉल डिटेल में पाकिस्तान के छह नंबरों पर आरोपी लगातार बातचीत किया करता था। मोबाइल में मिले व्हाट्सएप चैट से सामने आया है कि वह सामूहिक धर्मांतरण की भी योजना बना रहा था। इसके लिए उसके साथी अलग-अलग राज्यों की युवतियों के सम्पर्क में थे। पुलिस के मुताबिक, युवतियों को एक साथ लाकर धर्मांतरण कराया जाता।
सदर की रहने वाली दो सगी बहनों को पुलिस ने 18 जुलाई को कोलकाता के तपसिया इलाके से बरामद किया था। उनका धर्मांतरण कराया गया था। पुलिस ने एक साथ कार्रवाई करते हुए 10 लोगों को पकड़ा था। बाद में चार लोग और पकड़े गए। पूरे गिरोह में मुख्य रूप से दिल्ली का अब्दुल रहमान उर्फ महेंद्र पाल सिंह, गोवा की एसबी कृष्णा उर्फ आयशा और सराय ख्वाजा का रहमान कुरैशी शामिल थे। अब्दुल रहमान जेल में सजा काट रहे कलीम सिद्दीकी के लिए काम कर रहा था। पुलिस ने अब्दुल रहमान की कॉल डिटेल निकाली है। साथ ही व्हाट्सएप चैट को रिकवर किया गया है। जांच टीमों को इसमें सामूहिक धर्मांतरण की योजना पर काम करने की बात का पता चला है। पुलिस के मुताबिक, वह महाराष्ट्र, राजस्थान, मध्य प्रदेश आदि राज्यों में सामूहिक धर्मांतरण कराने की योजना बना रहा था। इसके लिए अपने साथियों को सक्रिय कर रखा था। वह व्हाट्सएप पर चैट किया करता था। छह पाकिस्तानी नंबर पर भी उसकी लगातार बातचीत मिली है। जांच टीमें उससे पूछताछ में लगी हैं। इन नंबरों के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। यह देखा जा रहा है कि जिन लोगों से बातचीत हो रही है, वो कहां के रहने वाले हैं। वह अब्दुल रहमान से क्या करवाना चाहते थे।
अब्दुल रहमान ही नहीं गिरोह में आयशा, रहमान कुरैशी, हसन अली और मोहम्मद अली की भी बड़ी सक्रियता सामने आई है। यह लोग युवतियों को धर्मांतरण के लिए तैयार करते थे। उन तक फंडिंग पहुंचाते थे। उनके रहने का इंतजाम करते थे। रहमान कुरैशी यूट्यूब चैनल चला रहा था। इस पर वह वीडियो डाला करता था। उसके डेढ़ लाख से अधिक सब्सक्राइबर हैं। इन आरोपियों की भी कॉल डिटेल और व्हाट्सएप चैट निकाली गई है। इससे भी पुलिस के हाथ कई सुराग लगे हैं। इस पर टीमें कार्य कर रही हैं। सभी से अलग-अलग सवाल किए जा रहे हैं।
पुलिस आयुक्त दीपक कुमार ने बताया कि अवैध धर्मांतरण के मामले में पुलिस लगातार पड़ताल में जुटी है। रिमांड पर लिए गए अब्दुल रहमान से कई जानकारी हाथ लगी हैं। उसकी कॉल डिटेल में पाकिस्तानी नंबर से बातचीत होने का पता चला है। व्हाट्सएप चैट भी निकाली गई। इसमें सामूहिक धर्मांतरण कराने की योजना बनाए जाने की पुष्टि हुई है। अन्य आरोपियों से भी पूछताछ की गई है।