द बंगाल फाइल्स पर कुपित क्यों ममता बनर्जी?
हिंदुओं के नरसंहार पर बनी फिल्म पांच सितंबर को रिलीज होगी
इतिहास के काले पन्नों को छिपाना चाहती है बंगाल सरकार
नई दिल्ली, 07 अगस्त (एजेंसियां)। हिंदुओं के नरसंहार पर बनी फिल्म द बंगाल फाइल्स आगामी 5 सितंबर को सिनेमाघरों में रिलीज होने वाली है। फिल्म निर्माता विवेक अग्निहोत्री के खिलाफ बंगाल के कई शहरों में एफआईआर दर्ज की गई हैं। इस पर कलकत्ता हाईकोर्ट ने रोक लगा दी है। फिल्म निर्माता ने बंगाल सरकार पर फिल्म के रिलीज में बाधा डालने का आरोप लगाया है। इस फिल्म को लेकर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी कुपित हैं। ममता की मुस्लिम तुष्टिकरणवादी नीति पर यह फिल्म सीधी चोट पहुंचाने वाली है। फिल्म निर्माता ने पूछा कि बंगाल सरकार इतिहास के काले पन्नों को छिपाने और दबाने की कोशिश क्यों कर रही है?
द कश्मीर फाइल्स बनाने वाले फिल्म निर्माता विवेक अग्निहोत्री एक बार फिर द बंगाल फाइल्स को लेकर चर्चा में हैं। डायरेक्ट एक्शन डे के नाम से 1946 में बंगाल में हुए हिंदुओं के नरसंहार पर विवेक अग्निहोत्री ने द बंगाल फाइल्स नाम से फिल्म बनाई है। अग्निहोत्री का कहना है कि बंगाल की टीएमसी सरकार इस फिल्म को रोकने का प्रयास कर रही है। बंगाल के कई शहरों में विवेक अग्निहोत्री के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। हालांकि इस पर कलकत्ता हाईकोर्ट ने रोक लगा दी है। इसके बाद अग्निहोत्री ने सोशल मीडिया में वीडियो जारी कर कहा है कि वो इस फिल्म का ट्रेलर बंगाल से ही जारी करेंगे।
यह फिल्म 5 सितंबर को रिलीज होने वाली है। फिल्म के प्रमोशन के लिए अग्निहोत्री इन दिनों अमेरिका में हैं। उन्होंने वीडियो में और भी कई खुलासे किए हैं। अमेरिका में अपनी फिल्म का प्रमोशन कर रहे विवेक अग्निहोत्री ने वीडियो जारी कर बंगाल की ममता सरकार को कटघरे में खड़ा किया। उन्होंने कहा, बंगाल के अलग-अलग शहरों में उनके खिलाफ कई एफआईआर दर्ज करवाई गई है। टीएमसी सरकार की रणनीति है कि फिल्म को किसी भी तरह कानूनी मामलों में उलझाया जाए, ताकि फिल्म का प्रमोशन नहीं किया जा सके। उन्होंने कहा कि कानूनी लड़ाई वो कोर्ट में ही सुलझाना चाहते थे। भारतीय न्याय व्यवस्था और कलकत्ता हाईकोर्ट पर पूरा विश्वास है और उन्होंने एफआईआर पर स्टे लगाकर न्याय किया। फिल्म निर्माता ने पूछा, हमारी आवाज वे क्यों दबाना चाहते हैं? आखिर बंगाल के इतिहास के काले पन्ने को वे क्यों छिपाना चाहते हैं? मुर्शिदाबाद के लोगों को उनका इतिहास पता होना चाहिए, आखिर लोगों के बीच सच क्यों नहीं आने देना चाहते हैं? वे फिल्म से डरते हैं या सच से। उन्होंने कहा, हम बंगाल में ही फिल्म का ट्रेलर रिलीज करेंगे। मुझे कोई चुप नहीं कर सकता क्योंकि सच को छिपाया नहीं जा सकता।
फिल्म निर्माण को लेकर विवेक अग्निहोत्री ने कहा कि बंगाल की पृष्ठभूमि में बनी द बंगाल फाइल्स की शूटिंग बंगाल में नहीं करने दी गई, कम संसाधनों के साथ पूरी फिल्म मुंबई में बनी। विवेक अग्निहोत्री का कहना है, ये जनता की फिल्म है, आप मेरी ताकत हैं। सच के साथ हम फिलहाल अकेले हैं। द बंगाल फाइल्स की स्टोरी विवेक अग्निहोत्री ने खुद लिखी है और फिल्म का निर्देशन किया है। इस फिल्म में पल्लवी जोशी, मिथुन चक्रवर्ती, अनुपम खेर और दर्शन कुमार हैं। फिल्म रिलीज होने में बमुश्किल महीना बचा है। हाल ही में अमेरिका में इसका प्रीमियर भी हुआ।
यह फिल्म 1946 में अविभाजित बंगाल में हुई हिंदू नरसंहार को दर्शाती है। इसमें 1946 का डायरेक्ट एक्शन डे और 1946 का ही नोआखाली दंगा शामिल है। यह नरसंहार 5 दिनों तक चला था। कलकत्ता में ही सिर्फ 72 घंटों में करीब 6000 हिंदू मार दिए गए थे। इस मजहबी दंगे में करीब 20,000 से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल हुए। 100000 लोगों को अपना सब कुछ छोड़कर पलायन करना पड़ा। हिंदुओं को चुन-चुन कर मारा गया था। हिंदू महिलाओं के साथ बलात्कार किया गया और हिंदुओं की संपत्तियां लूटी गईं और जला दी गईं। पूर्वी बंगाल के नोआखाली में हिंदुओं का कत्लेआम इतिहास में काले अक्षरों में दर्ज है। यह कई महीनों तक चलता रहा। इस दौरान हजारों हिंदुओं की हत्या कर दी गई।
एक अनुमान के मुताबिक करीब 75 हजार हिंदुओं ने सिर्फ नोआखाली में घर-बार छोड़ा बल्कि टिप्परा से 20 हजार से ज्यादा लोग अपना सब कुछ छोड़ कर चले गए। फिल्म निर्माता विवेक अग्निहोत्री ने बताया कि फिल्म हिंदुओं के नरसंहार पर आधारित है और इसमें उस इतिहास को दिखाया गया है, जिसको अब तक दबा कर रखा गया था। इस बीच कलकत्ता हाईकोर्ट ने राज्य के अलग-अलग हिस्सों में हुई एफआईआर पर रोक लगा दी है। हाईकोर्ट ने आदेश दिया है कि 26 अगस्त तक फिल्म टीम के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी। विवेक अग्निहोत्री ने कहा कि फिल्म की जब सुनवाई हो रही थी, तो कई एफआईआर जानबूझ कर दर्ज किए गए ताकि फिल्म से जुड़े लोगों को कानूनी पचड़ों में फंसाया जा सके। फिल्म की रिलीज को रोका जा सके।
केंद्र की मंजूरी : आज रिलीज होगी उदयपुर फाइल्स
नई दिल्ली, 07 अगस्त (एजेंसियां)। केंद्र सरकार ने बुधवार 6 अगस्त को फिल्म उदयपुर फाइल्स की रिलीज को मंजूरी दे दी। फिल्म अब 8 अगस्त को सिनेमाघरों में रिलीज होगी। उदयपुर फाइल्स राजस्थान के उदयपुर में हुई हिंदू दर्जी कन्हैया लाल की नृशंस हत्या पर आधारित है, जिनकी दो इस्लामी कट्टरपंथियों ने दुकान में घुसकर हत्या कर दी थी।
केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) से प्रमाण पत्र मिल चुका है। सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने बताया कि प्रमाणन से पहले फिल्म में 55 बदलाव सुझाए गए थे, जिन्हें निर्माता ने लागू किया। इसके अलावा फिल्म के कुछ सीन भी हटाए गए हैं। मंत्रालय ने दिल्ली हाईकोर्ट के आदेशों का हवाला देते हुए कहा कि सिनेमेटोग्राफ अधिनियम के तहत अब किसी अतिरिक्त हस्तक्षेप की आवश्यकता नहीं है। सुप्रीम कोर्ट पहले ही फिल्म की रिलीज पर रोक लगाने से इन्कार कर चुका है।
#TheBengalFiles, #हिंदूनरसंहार, #5सितंबर, #ममता_बनर्जी_टकराव, #इतिहास_का_सच