रान्या राव मामला: डीजीपी रामचंद्र राव की फिर से नियुक्ति
बेंगलूरु/शुभ लाभ ब्यूरो| अपनी सौतेली बेटी रान्या राव से जुड़े सोने की तस्करी मामले में फंसे पुलिस महानिदेशक के. रामचंद्र राव को राहत देते हुए, राज्य सरकार ने सोमवार को उन पर लगाई गई अनिवार्य छुट्टी वापस ले ली और उन्हें नागरिक अधिकार प्रवर्तन निदेशालय के पुलिस महानिदेशक के पद पर पदोन्नत कर रिक्त पद पर नियुक्त किया|
जारी अधिसूचना में कहा गया है कि पुलिस महानिदेशक, डीसीआरई का पद आईपीएस (वेतन) नियम २०१६ के नियम १२ के तहत सीआईडी, विशेष इकाइयों और आर्थिक अपराध महानिदेशक के पद के समकक्ष है| राव से मार्च में अतिरिक्त मुख्य सचिव गौरव गुप्ता के नेतृत्व में राज्य सरकार द्वारा नियुक्त जाँच समिति ने पूछताछ की थी, जब उनकी सौतेली बेटी रान्या राव को हवाई अड्डे पर १४.२ किलोग्राम सोने की तस्करी करने की कोशिश करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था|
पूछताछ के दौरान, यह पता चला कि रान्या कथित तौर पर नियमों का उल्लंघन करते हुए, कस्टम जाँच और केम्पेगौड़ा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे (केआईए) पर चेकआउट से बचने के लिए, उसे प्रदान की गई पुलिस सुरक्षा का दुरुपयोग कर रही थी| राज्य सरकार ने पुलिस प्रोटोकॉल सेवाओं के दुरुपयोग और मामले में राव की संभावित भूमिका की जाँच के लिए गौरव गुप्ता समिति का गठन किया| उन्हें १५ मार्च को अनिवार्य अवकाश पर भेज दिया गया|