चिन्नास्वामी स्टेडियम में हुई भगदड़ की जिम्मेदारी मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री को लेनी चाहिए: विजयेन्द्र
राज्य सरकार के खिलाफ विपक्ष के विरोध प्रदर्शन के साथ मानसून सत्र शुरू
बेंगलूरु/शुभ लाभ ब्यूरो| कर्नाटक विधानसभा का मानसून सत्र सोमवार को शुरू हुआ, लेकिन पहले ही दिन विपक्षी दलों भाजपा और जद(एस) ने राज्य सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया| सत्र शुरू होने से पहले, एनडीए गठबंधन के विधायक विधान सौधा स्थित गांधी प्रतिमा के सामने एकत्रित हुए और प्रदर्शन किया| विपक्ष ने हाल ही में चिन्नास्वामी स्टेडियम में हुई भगदड़ की घटना की निंदा की, जिसमें ११ निर्दोष लोगों की जान चली गई थी और इसके लिए कांग्रेस सरकार की कथित गैरजिम्मेदारी को जिम्मेदार ठहराया|
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बी वाई विजयेंद्र, विधानसभा में विपक्ष के नेता आर अशोक, विधान परिषद में विपक्ष के नेता चलवाडी नारायणस्वामी, भाजपा और जद(एस) के विधायकों और विधान पार्षदों ने विरोध प्रदर्शन में भाग लिया| प्रदर्शन के दौरान बोलते हुए, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और विधायक बी.वाई. विजयेंद्र ने कहा कि जेडीएस और भाजपा विधायक सत्र के पहले दिन सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं| हम सदन में भी लड़ेंगे| आरसीबी की जीत के जश्न के दौरान चिन्नास्वामी स्टेडियम में हुई भगदड़ की जिम्मेदारी मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री को लेनी चाहिए|
उन्होंने पुलिस अधिकारियों पर अपनी जिम्मेदारी से बचने का आरोप लगाया| राज्य में खाद की कमी है और किसान विरोध और संघर्ष कर रहे हैं, उत्तरी कर्नाटक में सिंचाई की समस्या का समाधान नहीं हो रहा है, पुलिस उप-निरीक्षकों की भर्ती पूरी होने के बावजूद भर्ती आदेश जारी नहीं किए जा रहे हैं, राज्य में लाखों पद खाली हैं, फिर भी भर्ती नहीं हो रही है, हम सदन के अंदर और बाहर दोनों तरफ से राज्य की कांग्रेस सरकार के खिलाफ लड़ेंगे| आज हमने गांधी प्रतिमा के पास प्रतीकात्मक विरोध प्रदर्शन किया है| विधानसभा में विपक्षी दल के नेता आर. अशोक ने कहा कि कांग्रेस सरकार को ६० प्रतिशत सरकार करार दिया गया है| निंदा के कारण सत्र ९ दिनों के लिए आयोजित किया जा रहा है|
सत्र कम से कम २० दिनों का होना चाहिए था| उन्होंने कहा कि भाजपा और जेडीएस नेताओं ने बैठक की और सरकार के खिलाफ लड़ने का फैसला किया| आरसीबी की जीत के जश्न के दौरान, वह एक पारिवारिक तस्वीर लेते समय व्यस्त रहे| लेकिन भगदड़ में ११ निर्दोष लोगों की मौत हो गई| उनके परिवारों को उनकी तस्वीरें रखने और पूजा करने के लिए मजबूर किया गया| उन्होंने आरोप लगाया कि आरसीबी की जीत के जश्न में हुई भगदड़ सरकार द्वारा प्रायोजित हत्या थी| भगदड़ के बावजूद, मुख्यमंत्री डोसा खाने गए थे| उपमुख्यमंत्री आरसीबी के कप को चूम रहे थे| क्या जो लोग विधान सौधा के सामने कानून-व्यवस्था नहीं बनाए रख सकते, वे राज्य में कानून-व्यवस्था बनाए रखेंगे? भगदड़ में मारे गए ११ लोगों की मौत के लिए हम सदन में न्याय की लड़ाई लड़ेंगे|
दलितों की जमीन बचानी होगी| किसानों को भी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है| विधान परिषद में जेडीएस नेता एस.एल. भोजेगौड़ा ने कहा कि जनता इस स्थिति पर चर्चा कर रही है, चाहे राज्य में कांग्रेस की सरकार हो या न हो| मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री को इस खबर की जानकारी थी कि आरसीबी की जीत के जश्न के दौरान स्टेडियम के पास भगदड़ में ११ लोगों की मौत हो गई| विधान सौधा के सामने कार्यक्रम निर्धारित समय से देर से शुरू हुआ| लेकिन मुख्यमंत्री का यह कहना अक्षम्य है कि विधान सौधा परिसर में कोई भगदड़ नहीं हुई थी| यह जवाब कि स्टेडियम में हुई त्रासदी से हमारा कोई लेना-देना नहीं है, सामान्य नहीं है| अधिकारियों को निलंबित करना ही पर्याप्त नहीं है, मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री को इसकी नैतिक जिम्मेदारी लेनी चाहिए|
उन्होंने मांग की कि त्रासदी के लिए जिम्मेदार लोगों को सजा मिलनी चाहिए| विधान परिषद में विपक्ष के नेता चलवाडी नारायण स्वामी ने कहा कि सरकार ने आरसीबी की जीत का श्रेय लिया और त्रासदी को जन्म दिया| वे जश्न मनाने गए और ११ लोगों की मौत का कारण बने| त्रासदी के बाद ५ अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया| सरकार को इसका उचित जवाब देना चाहिए|
११ लोगों की मौत का न्याय होना चाहिए| जंगलों के नाम पर दलितों और किसानों को नुकसान हो रहा है| इससे बचना चाहिए| सरकार भ्रष्टाचार में डूबी हुई है| उन्होंने सरकार पर ६० प्रतिशत कमीशनखोरी का आरोप लगाया| राज्य में कानून-व्यवस्था बिगड़ गई है| मौतें और घायल हो रहे हैं| उन्होंने कहा कि वह इन सभी मुद्दों को सदन में उठाएंगे|