जम्मू कश्मीर में बिना लेबल वाले खाद्य उत्पादों की बिक्री पर रोक

जम्मू कश्मीर में बिना लेबल वाले खाद्य उत्पादों की बिक्री पर रोक

जम्मू21 अगस्त (ब्यूरो)। जम्मू कश्मीर में सड़े हुए मांस की बड़ी बरामदगी के बाद अधिकारियों ने बिना लेबल वाले खाद्य उत्पादों की बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया है। साथ ही असुरक्षित भोजन के लिए 6 साल की सजा सहित कई जुर्माने की चेतावनी दी है। दरअसल बीते दिनों कई जगहों पर सड़े मीट की बरामदगी के बाद होटलों और रेस्टोरेंट में लोग आना कम हो गए थे। अब इस कार्रवाई के बाद पूरे राज्य के टूरिज्म को तगड़ा धक्का लगने का अंदेशा जताया जा रहा है।

खाद्य एवं औषधि आयुक्तस्मिता सेठी ने कहा कि जन स्वास्थ्य की सुरक्षा और खाद्य सुरक्षा के उच्चतम मानकों को सुनिश्चित करने के लिएउन्होंने निर्माताओंप्रसंस्करणकर्ताओं, थोक विक्रेताओंखुदरा विक्रेताओंकोल्ड स्टोरेज संचालकोंट्रांसपोर्टरों और ई-कॉमर्स प्लेटफार्म सहित खाद्य व्यवसाय संचालकों (एफबीओ) को खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम2006 और खाद्य सुरक्षा एवं मानक (पैकेजिंग एवं लेबलिंग) विनियम2020 के प्रावधानों का पालन करने का निर्देश दिया है। एक आधिकारिक आदेश में कहा गया है कि उचित और पूर्ण लेबल घोषणा के बिना पैकेज्ड खाद्य उत्पादों की बिक्री पूरी तरह से वर्जित है। कानून के मुताबिकपैकेज्ड फ्रोजन मीट और चिकन पर विवरण स्पष्ट और सुपाठ्य रूप से प्रदर्शित करना अनिवार्य है। इसमें खाद्य उत्पाद का नामसामग्री की सूचीनिर्धारित प्रतीक के साथ मांसाहारी होने की घोषणानिर्माण/पैकिंग और समाप्ति तिथिभंडारण की शर्तेंनिर्मातापैकर या आयातक का नाम और पूरा पताऔर लाइसेंस नंबर और लोगो शामिल हैं।

याद रहे 31 जुलाई को श्रीनगर के बाहरी इलाके में एक कोल्ड स्टोरेज से 1,200 किलोग्राम मांस की शुरुआती बरामदगी हुई थी। इसके बाद कश्मीर में की गई कार्रवाई में 60 क्विंटल से ज्यादा सड़े हुए मटन की बरामदगी हुई थी। इन सड़े हुए बरामद मांस में ऊपर लिखी गई शर्तें नहीं पूरी की गई थीं। इस तरह से बाहर खाना खाने वालों में डर और दहशत फैल गई। वहीं पर्यटकों को भी खाने के सामान को लेकर गहरा सदमा लगा है। खाद्य एवं औषधि विभाग के अनुसारसड़े हुए मांस से पता चलता है कि यह सड़ा हुआ मांस होटलों और रेस्टोरेंट को सप्लाई किया जम्मू कश्मीर होटल एवं रेस्टोरेंट एसोसिएशन के अध्यक्ष बाबर चौधरी ने कहा कि जब्ती के बाद उनके यहां आने वाले लोगों की संख्या में 80 प्रतिशत से ज्यादा की कमी आई है। इस तरह पहले पहलगाम आतंकी हमला और अब ये सड़ा हुआ मांस जम्मू कश्मीर के पर्यटन उद्योग की कमर तोड़ दी है। एसोसिएशन को बिक्री में कमी के कारण बेरोजगारी का डर सताने लगा हैक्योंकि इस क्षेत्र से 3.5 लाख से ज्यादा लोग रोजी-रोटी कमा रहे हैं। उनके साथ उनका परिवार भी जुड़ा हुआ है। अब औषधि एवं खाद्य आयुक्त ने पैकेजिंग सामग्री के लिए खाद्य-श्रेणी की गुणवत्तासुरक्षितगैर-विषाक्त और संदूषण को रोकने के लिए मानकों के अनुरूप मानदंड भी निर्धारित किए हैं।

उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि इसके अलावाहलाल प्रमाणित (स्वैच्छिक) के रूप में लेबल किए गए किसी भी उत्पादों के सभी सुरक्षास्वच्छता और लेबलिंग आवश्यकताओं को पूरा करना होगा। उन्होंने चेतावनी दी कि ऐसा न करने पर खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम2006 के तहत कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

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