सेंगोल के बाद संसद में स्थापित होंगे रथयात्रा के पहिए
नई दिल्ली, 31 अगस्त (एजेंसियां)। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने जगन्नाथपुरी रथयात्रा के दौरान इस्तेमाल किए गए रथों के तीन पहिए संसद परिसर में स्थापित करने की मंजूरी दे दी है। ओम बिरला हाल ही में पुरी दौरे पर गए थे और वहीं श्री जगन्नाथ मंदिर प्रशासन ने उन्हें यह प्रस्ताव दिया था।
ये तीनों पहिए भगवान जगन्नाथ के रथ नंदीघोष, देवी सुभद्रा के रथ दर्पदलन और भगवान बलभद्र के रथ तालध्वज से निकाले जाएंगे। इन पहियों को संसद में ओडिशा की संस्कृति और विरासत के प्रतीक के तौर पर स्थापित किया जाएगा। गौरतलब है कि वार्षिक रथ यात्रा के बाद तीनों रथों को हर वर्ष खंडित कर दिया जाता है। मंदिर प्रबंधन के मुख्य प्रशासक अरविंद पाधी ने कहा, हम लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के आभारी हैं कि उन्होंने रथ यात्रा के दौरान इस्तेमाल किए गए तीन रथों में से प्रत्येक रथ का एक पहिया संसद परिसर में एक प्रमुख स्थान पर स्थापित करने के हमारे प्रस्ताव पर सहमति व्यक्त की है। संसद परिसर में रथ के पहिए लगाए जाने के बाद यह वहां स्थापित होने वाला संस्कृति से जुड़ा दूसरा प्रतीक होगा। इससे पहले मई 2023 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा में स्पीकर की कुर्सी के बगल में सेंगोल स्थापित किया था।
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