ह सच है कि चिन्नैया द्वारा लाया गया कंकाल बेंगलूरु से दिल्ली लाया गया था: जयंत
बेंगलूरु/शुभ लाभ ब्यूरो| धर्मस्थल मामले में शामिल टी. जयंत ने कहा कि यह सच है कि मैंने चिन्नैया द्वारा लाए गए शव को बेंगलूरु से दिल्ली और दिल्ली से मेंगलूरु पहुँचाया था| मैं इस मामले की एसआईटी जाँच का स्वागत करता हूँ| मैं अप्रैल में चिन्नैया, जिनकी पहचान भीमा के रूप में हुई है, से मिला था| जब वह पहली बार आए थे, तो मैंने उनके लिए हमारे घर पर ठहरने की व्यवस्था की थी| जब वह दूसरी बार आए, तो वे शव को एक बैग में लेकर आए| इस संबंध में, सुप्रीम कोर्ट में कुछ दस्तावेज जमा करने थे| चिन्नैया इसके लिए वकील से सलाह लेने बार-बार आते थे|
उन्होंने बताया कि वह हमारे घर दो बार रुके थे| मैं उक्त शव को सुप्रीम कोर्ट में पेश करने के लिए दिल्ली ले गया था, और वहाँ से मैं इसे दक्षिण कन्नड़ एसपी के सामने पेश करने के लिए मेंगलूरु ले गया| इसी वजह से, एसआईटी अधिकारियों ने मुझसे जानकारी एकत्र की है| अगर पूछताछ के लिए बुलाया गया, तो मैं खुशी-खुशी जाऊँगा| मैं अब तक की पूछताछ का स्वागत करता हूँ| हमने मंदिर या किसी को नुकसान पहुँचाने की कोशिश नहीं की है| हम सच्चाई और न्याय के लिए लड़ रहे हैं|