गणेश जुलूस के दौरान पथराव के बाद मांड्या के मद्दुर कस्बे में निषेधाज्ञा लागू
मैसूरु/शुभ लाभ ब्यूरो| गणेश प्रतिमा विसर्जन जुलूस के दौरान रविवार रात को पथराव की घटना के बाद मद्दुर कस्बे में निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है| पथराव में घायल हुए कम से कम आठ लोगों को इलाज के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है| मांड्या जिले के पुलिस अधीक्षक मल्लिकार्जुन बालादंडी ने सोमवार को संवाददाताओं को बताया कि पुलिस ने कुल २१ लोगों को हिरासत में लिया है|
उन्होंने बताया कि उपद्रव में कथित तौर पर शामिल लगभग पाँच-छह और लोगों की पहचान कर ली गई है और उन्हें भी गिरफ्तार करने के प्रयास जारी हैं| उन्होंने कहा कि कर्नाटक राज्य रिजर्व पुलिस (केएसआरपी) की छह प्लाटून सहित अतिरिक्त पुलिसकर्मियों को कस्बे में तैनात किया गया है और स्थिति को नियंत्रण में कर लिया गया है| निषेधाज्ञा मंगलवार की सुबह तक लागू रहेगी और स्थिति की समीक्षा के बाद प्रतिबंध बढ़ाने पर निर्णय लिया जाएगा| पुलिस के अनुसार, उपद्रव तब शुरू हुआ जब मद्दुर कस्बे के सिद्धार्थ नगर से निकाली गई गणेश प्रतिमा का जुलूस राम रहीम नगर से गुजर रहा था| जब जुलूस इलाके की एक मस्जिद से गुजरा, तो कथित तौर पर जुलूस में नाच रहे लोगों पर पथराव किया गया, जिसके बाद जवाबी कार्रवाई हुई| जल्द ही, इलाके में तनावपूर्ण माहौल बन गया| हालाँकि, जुलूस के साथ मौजूद पुलिसकर्मियों ने दो समुदायों के सदस्यों के बीच टकराव को रोका और उन्हें तितर-बितर कर दिया| हालांकि, प्रतिमा विसर्जन के बाद, न्याय की मांग करते हुए कई समूह कस्बे में इकट्ठा होने लगे| बालादंडी ने कहा कि पुलिस ने घटना से संबंधित मामले दर्ज कर लिए हैं| उन्होंने बताया कि एक मामला पुलिस ने दर्ज कराया है, जबकि दूसरा पथराव के शिकार व्यक्ति ने दर्ज कराया है|