किसानों का ऐलान, केसर मिल को नहीं देंगे गन्ना
केसर चीनी मिल पर किसानों का 166 करोड़ बकाया
बहेड़ी (बरेली), 11 सितंबर (एजेंसियां)। बरेली के बहेड़ी में सहकारी गन्ना विकास समिति की वार्षिक बैठक में बृहस्पतिवार को किसानों का प्रतिनिधित्व कर रहे बोर्ड ने केसर चीनी मिल को गन्ना सप्लाई न किए जाने का ऐलान कर दिया। दूसरी चीनी मिलों को गन्ना खरीद केंद्र आवंटित करने को हरी झंडी दी गई। बरेली के सांसद छत्रपाल सिंह गंगवार ने भी चीनी मिल प्रबंधन पर किसानों के साथ धोखा करने का आरोप लगाते हुए किसानों से गन्ना न देने की अपील की। चीनी मिल की ओर से पक्ष रखने के लिए मिलकर गन्ना प्रबंधक मंच पर चढ़े, जिनकी किसानों ने कोई बात नहीं सुनी और उनका बहिष्कार कर दिया।
केसर चीनी मिल पर बहेड़ी क्षेत्र के गन्ना किसानों का 166 करोड़ रुपए बकाया हैं। जिसको लेकर किसान लगातार आंदोलन भी कर रहे हैं। सहकारी गन्ना विकास समिति की वार्षिक साधारण सभा की बैठक में गन्ना समिति बोर्ड के अध्यक्ष, डायरेक्टर, डेलीगेट सदस्यों ने बकाया गन्ना मूल्य भुगतान दिलाने की मांग सचिव से की। इसके बाद चीनी मिल को खरीद केंद्र आवंटन को लेकर चर्चा हुई, जिसमें सभी ने एक स्वर में कहा कि मीरगंज, पीलीभीत, सितारगंज, फरी
डेलीगेट सरदार सतनाम सिंह ने गन्ना समिति के सचिव पर छह साल से यहीं जमे रहने का आरोप लगाया। सरदार तरसेम सिंह ने गन्ना विभाग के अधिकारियों पर किसानों का शोषण कराने का आरोप लगाया। पूर्व अध्यक्ष केंद्र पाल सिंह ने कहा कि एजेंडा में जो एक से लेकर सात तक बिंदु है उनको लेकर दोबारा बैठक हो। गन्ना विभाग ने तीन दिन पहले एजेंडा तथा बैठक का निमंत्रण दिया जबकि यह 15 दिन पहले दिया जाना चाहिए था। कोरोजन दवाई के वितरण में किसानों का शोषण किए जाने का आरोप लगाया। गन्ना समिति के डायरेक्टर चौधरी ओमवीर सिंह ने कहा कि केसर चीनी मिल करीब 10 वर्षों से किसानों को भुगतान दे पाने में सक्षम नहीं है। लिहाजा इस चीनी मिल के सभी खरीद केंद्र दूसरी चीनी मिल को आवंटित किए जाएं। पूर्व अध्यक्ष दिनेश सूर्य ने गन्ना समिति के पास पड़े लाभांश से किसानों का भुगतान करने की बात कही। गन्ना समिति के पूर्व डायरेक्टर चौधरी विनोद सिंह ने केंद्रीय मंत्री व सांसद जितिन प्रसाद को इस बैठक का निमंत्रण न दिए जाने पर हंगामा किया। बरेली सांसद को बुलाने और उनके सांसद को न बुलाए जाने पर आपत्ति जताई।
बैठक के समापन पर बोलते हुए बरेली के सांसद छत्रपाल सिंह ने कहा कि केसर चीनी मिल प्रबंधन हमेशा किसानों को गुमराह करता रहा है। इस चीनी मिल को अब किसान गन्ना न दें। उन्होंने कहा कि बोर्ड अपनी एक रिपोर्ट तैयार करे। गन्ना आयुक्त व शासन में उसको भेजा जाए। वह भी अपने स्तर से इसको लेकर पैरवी भी करेंगे। उन्होंने कहा कि जब दूसरी चीनी मिले गन्ना खरीद कर चीनी बनाकर बेचकर फायदा उठा रही है तो फिर केसर चीनी मिल को घाटा क्यों है। इसका मतलब चीनी मिल की नीयत ठीक नहीं है।
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