कर्नाटक बारिश: मंत्री ईश्वर खंड्रे ने बीदर जिले के लिए शीघ्र राहत और फसल मुआवजे का आश्वासन दिया
बेंगलूरु/शुभ लाभ ब्यूरो| वन, पर्यावरण एवं पारिस्थितिकी मंत्री तथा बीदर जिले के प्रभारी ईश्वर बी. खंड्रे ने आश्वासन दिया है कि लगातार बारिश से हुए फसल नुकसान का मुआवजा १५ दिनों के भीतर वितरित कर दिया जाएगा| उन्होंने कहा कि प्रभावित क्षेत्रों का संयुक्त सर्वेक्षण शीघ्र किया जाएगा ताकि किसानों और परिवारों को समय पर राहत मिल सके|
खंड्रे ने स्वीकार किया कि उत्तरी कर्नाटक के बीदर जिले में लगातार बारिश से व्यापक नुकसान हुआ है| घरों और फसलों से लेकर सड़कों, पुलों, स्कूलों, आंगनवाड़ी केंद्रों, बिजली लाइनों, जलापूर्ति परियोजनाओं और यहाँ तक कि स्वास्थ्य सुविधाओं को भी| उन्होंने कहा मैं भारी बारिश के प्रभाव को कम करने के लिए तत्काल कदम उठाने के लिए जिला प्रशासन के लगातार संपर्क में हूँ| अधिकारियों को अपने मुख्यालय में तैनात रहने का निर्देश दिया गया है और अपरिहार्य परिस्थितियों को छोड़कर किसी की छुट्टी स्वीकृत नहीं की जाएगी| मंत्री ने आगे कहा कि राहत कार्यों में सहयोग के लिए एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमें पहले से ही मौजूद हैं|
उप-मंडल अधिकारियों को बाढ़ प्रभावित गाँवों का अनिवार्य रूप से दौरा करने का निर्देश दिया गया है, जबकि अंतर-विभागीय टीमें तत्काल प्रतिक्रिया के समन्वय के लिए सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्रों में डेरा डालेंगी| उन्होंने आश्वासन दिया कि कर्नाटक सरकार बाढ़ पीड़ितों की शिकायतों को सीधे सुनने और किसानों को पूर्ण सहायता प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है| खंड्रे ने रविवार शाम को कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरामैया से मुलाकात की और मंत्री रहीम खान के साथ बाढ़ प्रभावित जिले के लिए विशेष पैकेज की मांग की| कृषि पर पड़े प्रभाव पर प्रकाश डालते हुए खंड्रे ने कहा कि अगस्त में हुई अप्रत्याशित भारी बारिश से पहले ही २५ प्रतिशत फसल का नुकसान हो चुका है| सितंबर में जारी भारी बारिश के कारण, अरहर, कपास, दालें और सोयाबीन जैसी प्रमुख फसलें पूरी तरह से नष्ट हो गई हैं, जिससे किसान गंभीर संकट में हैं|
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने हवाई सर्वेक्षण और विशेष राहत पैकेज के उनके अनुरोध पर सकारात्मक प्रतिक्रिया दी है| कर्नाटक सरकार बीदर के लोगों के साथ पूरी तरह खड़ी है| किसी को भी घबराने की जरूरत नहीं है| समय पर राहत और पुनर्वास सुनिश्चित किया जाएगा| बीदर हाल के दिनों में अत्यधिक बारिश से प्रभावित हुआ है, पिछले सप्ताह १९९ प्रतिशत अधिक बारिश दर्ज की गई| जिला प्रशासन द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, महाराष्ट्र में मंजरा बांध से मंजरा नदी में पानी छोड़े जाने के कारण हुई मूसलाधार बारिश से १५७ घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं और लगभग १०० घर जलमग्न हो गए हैं|
९४,२७२ हेक्टेयर से अधिक की फसलें प्रभावित हुई हैं और प्रारंभिक सर्वेक्षण कर्नाटक सरकार को सौंप दिए गए हैं| आठ पशुओं की मौत की सूचना मिली है, हालाँकि अभी तक किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है|