ठेकेदार बकाया बिल चुकाने के लिए कहते हैं, तो इसे धमकी कैसे माना जा सकता है: अशोक
बेंगलूरु/शुभ लाभ ब्यूरो| विधानसभा में विपक्ष के नेता आर. अशोक ने डीसीएम डी.के. शिवकुमार पर यह कहने के लिए हमला बोला है कि सरकार ठेकेदारों की धमकी से डरने वाली नहीं है| अगर ठेकेदार चाहें तो आलाकमान तक जाएं|
अशोक ने कहा अगर ठेकेदार शिवकुमार से बकाया बिल चुकाने के लिए कहते हैं, तो इसे धमकी कैसे माना जा सकता है? अगर बकाया बिल नहीं चुकाया जाता है, तो इसे धमकी कैसे माना जा सकता है? शायद, कांग्रेसी अपने जेब में रखे संविधान की किताब में ऐसा मानते है कि नागरिकों को हड़ताल या संघर्ष करने का अधिकार नहीं है| लेकिन बाबासाहेब अंबेडकर के संविधान के तहत नागरिक और ठेकेदार अपने अधिकारों के लिए सरकार से सवाल कर सकते हैं, हड़ताल कर सकते हैं और संघर्ष भी कर सकते हैं| ठेकेदारों के बिल क्यों नहीं चुकाए जा रहे हैं? या तो बेचारी सरकार पूरी तरह से दिवालिया और पैसेविहीन हो गई होगी|
बेशर्म कांग्रेस सरकार ने सड़कों की खराब हालत के बारे में आवाज उठाने वाले व्यापारियों को धमकाया और अपमानित किया है, और अब वह ठेकेदारों को धमका रही है| उन्होंने भविष्यवाणी की है कि अगर हालात ऐसे ही रहे, तो कर्नाटक में कोई भी व्यवसाय नहीं आएगा, कोई भी ठेकेदार सरकारी काम नहीं करेगा|