भाजपा-जेडीएस पार्टी समन्वय समिति जल्द बनेगी: बी.वाई.विजयेंद्र
बेंगलूरु/शुभ लाभ ब्यूरो| भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और विधायक बी.वाई. विजयेंद्र ने कहा कि भाजपा-जेडीएस पार्टियां एक समन्वय समिति बनाने की योजना बना रही हैं और वे पार्टी नेताओं से चर्चा के बाद समिति की घोषणा करेंगे|
उन्होंने मंगलवार को केंद्रीय मंत्री और पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी और निखिल कुमारस्वामी से मुलाकात की और उन्हें दिवाली की शुभकामनाएं दीं| इसके बाद मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि उन्होंने राज्य के राजनीतिक हालात पर चर्चा की| उन्होंने कहा कि कुमारस्वामी ने कहा है कि वह 8-10 दिन में नाम भेज देंगे| मैंने भाजपा-जेडीएस पार्टियों की समन्वय समिति के गठन को लेकर सुझाव मांगे हैं| उन्होंने बताया कि एचडी कुमारस्वामी ने सुझाव दिया है कि ग्रेटर बेंगलूरु के चुनाव होंगे, एक समन्वय समिति बेंगलूरु तक सीमित और दूसरी समन्वय समिति राज्य से संबंधित बनाएं| प्रदेश में कांग्रेस सरकार का शासन बिगड़ चुका है| राज्य में हालात बेहद खराब हो गए हैं| लोग विकास के बिना कोस रहे हैं|
उन्होंने कहा कि वह बेंगलूरु महानगर की अव्यवस्था देख रहे हैं| राज्य सरकार और मंत्री घमंड में चूर हैं| मोहनदास पई, किरण मजूमदार शॉ जैसे वरिष्ठ बेंगलूरु और सड़कों के बारे में सलाह देते हैं, लेकिन उन सुझावों पर ध्यान नहीं दिया जाता| ऐसे वरिष्ठों को मंत्री ही प्रताड़ित कर रहे हैं| विजयेंद्र ने आपत्ति जताई कि इससे राज्य सरकार की प्रतिष्ठा नहीं होगी| इससे पहले जब येदियुरप्पा मुख्यमंत्री थे तब भी इसी तरह की आलोचनाएं और सुझाव आये थे| येदियुरप्पा ने मोहनदास पई को अपने घर बुलाया और चाय पर उनसे सलाह ली| उन्होंने कहा कि उन्होंने आलोचना को सकारात्मक रूप से लिया है|
उन्होंने कहा कि लोग सवाल कर रहे हैं कि क्या यहां तुगलक सरकार चल रही है| भ्रष्टाचार पर कैसी चर्चा चल रही है? दूसरे दिन हमारे सांसद राघवेंद्र ने कहा था कि कांग्रेसी यहां पैसा इकट्ठा कर रहे हैं और बिहार चुनाव में ले जा रहे हैं| जिसके बाद सभी ने गवाही देने के लिए कहा है| उन्होंने सवाल किया कि स्वामी, सिद्धरामैया और डी.के.शिवकुमार वाल्मीकि विकास निगम के घोटाले के बारे में क्यों भूल गए| वाल्मीकि विकास निगम के घोटाले में पैसा तेलंगाना ले जाया गया और हजारों बेनामी खाते खोले गए और पैसे से सोना खरीदा गया| इसका इस्तेमाल लोकसभा चुनाव में भी किया गया था| उन्होंने बताया कि यह बात सीधे तौर पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कही है| ठेकेदार एसोसिएशन ने पत्र लिखकर सिंचाई विभाग में 60,70 फीसदी कमीशन मांगे जाने का आरोप लगाया है| मुख्यमंत्री के आर्थिक सलाहकार बसवराज रायरेड्डी ने खुद पत्र लिखकर कहा है कि राज्य में रेत माफिया चल रहा है| उन्होंने कहा कि इससे कर्नाटक सरकार को 400-500 करोड़ का नुकसान हो रहा है| उन्होंने सवाल किया कि क्या राज्य में भ्रष्टाचार का कोई और सबूत है? शिवमोग्गा जिले समेत कई जिलों में मटका रैकेट चल रहा है| यह पुलिस अधिकारियों और सत्ताधारी दल के विधायकों की मिलीभगत से हो रहा है| ऐसी स्थिति बन जाती है कि कई लोग आत्महत्या कर लेते हैं| सिद्धरामैया और डीके शिवकुमार जब दूसरे राज्य में जाते हैं तो अपनी पीठ थपथपाते हैं कि यहां की गारंटी देश के लिए एक मॉडल है| आपकी सरकारी गारंटी कोई रोल मॉडल नहीं है| हम लोग राज्य की लूट देख रहे हैं| आने वाले दिनों में दोनों पार्टियां इन सबके खिलाफ लड़ने का फैसला करने वाली हैं| चित्तपुर के बारे में एक सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा मुझे नहीं पता कि प्रियांक खड़गे इतने बेवकूफ क्यों हैं| बेवजह आरएसएस की आलोचना करना ठीक नहीं है| मुझे नहीं पता कि यह प्रचार पाने की रणनीति है या मुख्यमंत्री की कुर्सी पर गमछा डालने की रणनीति है|