तेलंगाना में दवाईयों की गुणवत्ता-परीक्षा में 10 दवाइयाँ विफल – हैदराबाद में रिकॉल
हैदराबाद, 30 अक्टूबर 2025। राज्य स्वास्थ्य विभाग एवं Central Drugs Standard Control Organization (CDSCO) की संयुक्त जांच में तेलंगाना में निर्मित 10 दवाइयाँ गुणवत्ता परीक्षण में फेल पाई गई हैं, जिन्हें अब पूरे राज्य में रिकॉल किया गया है।
इन दवाइयों में एंटीबायोटिक, एंटासिड, पेनकिलर, एंटी-एलर्जी, एंटी-पैरासिटिक तथा कैल्शियम सप्लीमेंट शामिल हैं। विशेष रूप से, हैदराबाद में बना “रैबेप्राज़ोल गैस्ट्रो-रेसिस्टेंट टैबलेट” (Antacid) परीक्षण में 50 % से कम सक्रिय सामग्री पाया गया, जिसके कारण निर्माता को ब्लैकलिस्ट कर भुगतान रोके गए।
कर्नूल-आधारित कंपनी की कैल्शियम कार्बोनेट टैबलेट ‘विवरणात्मक परीक्षण’ नहीं पास कर सकी, हालांकि अभी इसे ब्लैकलिस्ट नहीं किया गया है- लेकिन आगे के बैच की निगरानी करने का निर्णय लिया गया है। अधिकारी बताते हैं कि 25% भुगतान रोकना राज्य में गुणवत्ता आश्वासन का सामान्य दंडात्मक उपाय है।
स्वास्थ्य विभाग ने कहा है कि इन दवाइयों का प्रयोग सरकारी अस्पतालों तथा सार्वजनिक स्वास्थ्य कार्यक्रमों में हुआ है, इसलिए राज्यव्यापी स्तर पर वापस बुलाने एवं सुरक्षित विनाश की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। विभाग ने नागरिकों से आग्रह किया है कि यदि उन्होंने इन दवाइयों का उपयोग किया है तो वे संबंधित अस्पताल या दवा नियंत्रण कार्यालय को तुरंत सूचित करें।
विश्लेषकों के अनुसार, यह मामला निजी औद्योगिक प्रतिष्ठान की गुणवत्ता-निगरानी कमी, नियमित परीक्षण की अनियमितता तथा उपभोक्ता सुरक्षा में छेद को उजागर करता है। तेलंगाना सरकार को अब अपनी फूड-अँड-ड्रग्स प्रशासनिक संरचना मजबूत करने तथा लोक-विश्वास बहाल करने की चुनौती का सामना करना होगा।
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