छठ पर्व और भर्ती परीक्षा पर शासन सख्त, मुख्य सचिव ने कहा—लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी
मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक ने छठ पूजा व पुलिस भर्ती परीक्षा की तैयारियों की ली समीक्षा
लखनऊ, 24 अक्टूबर (संवाददाता)।उत्तर प्रदेश शासन ने आगामी छठ पर्व और पुलिस भर्ती परीक्षाओं को लेकर पूरे प्रदेश में व्यापक स्तर पर तैयारियां तेज कर दी हैं। इस संबंध में मुख्य सचिव श्री एस.पी. गोयल एवं पुलिस महानिदेशक श्री राजीव कृष्ण ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी मण्डलायुक्तों, जिलाधिकारियों तथा वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ विस्तृत समीक्षा बैठक की। बैठक में छठ पूजा के दौरान स्वच्छता, सुरक्षा, प्रकाश व्यवस्था और श्रद्धालुओं की सुविधा सुनिश्चित कराने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए।
मुख्य सचिव ने कहा कि छठ पूजा आस्था और सामाजिक एकता का पर्व है, इसलिए इस आयोजन में किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं बरती जानी चाहिए। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाए। घाटों पर स्वच्छता, प्रकाश, पेयजल और सफाई की पूरी व्यवस्था होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि सभी नदियों, तालाबों और जलस्रोतों का जल स्वच्छ रखा जाए ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो।
उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए कि प्रमुख पूजा स्थलों पर भीड़ प्रबंधन के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाएं। संवेदनशील स्थानों पर विशेष निगरानी रखी जाए तथा वहां सीसीटीवी कैमरे, पब्लिक एड्रेस सिस्टम और अस्थाई कंट्रोल रूम की स्थापना की जाए। साथ ही, खोया-पाया केंद्र बनाए जाएं ताकि श्रद्धालुओं को किसी परेशानी का सामना न करना पड़े। मुख्य सचिव ने निर्देश दिया कि जिलाधिकारी और वरिष्ठ पुलिस अधिकारी सभी प्रमुख घाटों का स्वयं निरीक्षण करें और आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित कराएं।
उन्होंने कहा कि घाटों पर पर्याप्त पार्किंग, मोबाइल टॉयलेट, चेंजिंग रूम और कूड़ेदान की व्यवस्था अनिवार्य रूप से की जाए। श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए पुलिस, पीएसी, एनडीआरएफ, गोताखोरों और स्वयंसेवकों की तैनाती की जाए। इसके अतिरिक्त मोटरबोट, बैरिकेडिंग, अग्निशमन यंत्र, प्राथमिक उपचार केंद्र और एम्बुलेंस की उपलब्धता भी सुनिश्चित की जाए। उन्होंने आतिशबाजी को जनमानस से दूर रखने, पर्याप्त सफाई कर्मियों की तैनाती करने और महिलाओं व बच्चों की सुरक्षा पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए।
मुख्य सचिव ने कहा कि पूजा स्थलों और उनके आसपास के मार्गों पर सभी स्ट्रीट लाइटें सुचारू रूप से कार्यरत रहें। आवारा पशुओं पर नियंत्रण रखा जाए और किसी भी प्रकार की असुविधा या दुर्घटना की संभावना को पहले से खत्म कर दिया जाए। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार की प्राथमिकता है कि छठ पर्व शांतिपूर्ण, सुरक्षित और स्वच्छ माहौल में संपन्न हो।
बैठक के दौरान उन्होंने पुलिस भर्ती परीक्षाओं की तैयारियों की भी समीक्षा की। मुख्य सचिव ने बताया कि कम्प्यूटर ऑपरेटर ग्रेड-ए पद के 1129 पदों की भर्ती परीक्षा आगामी 1 नवम्बर को और पुलिस उपनिरीक्षक (गोपनीय), पुलिस सहायक उपनिरीक्षक (लिपिक) तथा पुलिस सहायक उपनिरीक्षक (लेखा) के 921 पदों की परीक्षा 2 नवम्बर को प्रदेश के 10 जनपदों—आगरा, बरेली, मेरठ, मुरादाबाद, कानपुर नगर, लखनऊ, गोरखपुर, झांसी, प्रयागराज और वाराणसी में आयोजित की जाएगी।
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में निष्पक्ष और पारदर्शी भर्ती प्रक्रिया राज्य की नई पहचान बन चुकी है। पूर्व की भांति इस बार भी परीक्षाएं नकलविहीन, पारदर्शी और निष्पक्ष वातावरण में कराई जाएं। परीक्षा सामग्री के रखरखाव के लिए ट्रेजरी में सभी तैयारियां समय से पूरी कर ली जाएं और वहां सीसीटीवी कैमरे क्रियाशील रहें। सभी परीक्षा केंद्रों पर भी कैमरे, मेटल डिटेक्टर और पर्याप्त पुलिस बल की तैनाती की जाए।
मुख्य सचिव ने निर्देश दिया कि परीक्षा केंद्रों पर तलाशी के लिए पर्याप्त संख्या में महिला और पुरुष कर्मी मौजूद रहें। अभ्यर्थियों को केवल एडमिट कार्ड, आईडी कार्ड और पेन के अतिरिक्त कोई सामग्री ले जाने की अनुमति न हो। परीक्षा से संबंधित कर्मियों की विधिवत ब्रीफिंग समय से पूरी की जाए और सभी केंद्रों पर पेयजल, शौचालय और प्रतीक्षा कक्ष जैसी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध हों।
उन्होंने बताया कि परीक्षा केंद्रों पर किसी भी कर्मी को मोबाइल फोन या इलेक्ट्रॉनिक गैजेट के उपयोग की अनुमति नहीं होगी, सिवाय केंद्र व्यवस्थापक, सहायक केंद्र व्यवस्थापक, स्टेटिक मजिस्ट्रेट और कंट्रोल रूम प्रभारी के। परीक्षा के दौरान सोशल मीडिया पर विशेष निगरानी रखी जाएगी ताकि किसी भी तरह की अफवाह या अनुचित गतिविधि को रोका जा सके।
पुलिस महानिदेशक श्री राजीव कृष्ण ने कहा कि छठ पर्व के दौरान अप्रिय घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए पिछली घटनाओं का विश्लेषण किया जाए। प्रमुख पूजा स्थलों के साथ-साथ छोटे पूजा स्थलों पर भी सुरक्षा की समुचित व्यवस्था की जाए। उन्होंने एंटी-रोमियो स्क्वॉड को वर्दी और सादी वर्दी दोनों रूपों में तैनात करने के निर्देश दिए, ताकि महिलाओं और युवतियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। साथ ही, घाटों पर फिसलन वाले स्थानों पर रेत, मैट या अन्य सुरक्षित व्यवस्था की जाए ताकि श्रद्धालु फिसलने से बच सकें।
उन्होंने कहा कि छठ पूजा के दौरान किसी भी आपात स्थिति में तुरंत कार्रवाई के लिए पुलिस और प्रशासनिक टीम तैयार रहे। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि जिलों के पुलिस कप्तान स्थानीय स्तर पर स्वयं तैयारियों का निरीक्षण करें और जनता से संवाद बनाए रखें।
बैठक में शासन की ओर से प्रमुख सचिव गृह श्री संजय प्रसाद, प्रमुख सचिव नगर विकास श्री पी. गुरुप्रसाद, सचिव नगर विकास श्री अनुज कुमार झा, पुलिस महानिदेशक पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड श्री एस.बी. शिरडकर, एडीजी एलओ श्री अमिताभ यश समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। बैठक का उद्देश्य प्रदेश में छठ पर्व और भर्ती परीक्षाओं को पूर्ण शांति, सुरक्षा और पारदर्शिता के साथ संपन्न कराना था।

