जंगली जानवरों के जंगलों से बाहर आने के कारणों में रिसॉर्ट और सफारी भी शामिल: सीएम

जंगली जानवरों के जंगलों से बाहर आने के कारणों में रिसॉर्ट और सफारी भी शामिल: सीएम

मैसूरु/शुभ लाभ ब्यूरो| मुख्यमंत्री सिद्धरामैया ने कर्नाटक के वन क्षेत्रों में रिसॉर्ट्स और सफारी को जंगली जानवरों के जंगलों से बाहर आने के कारणों में से एक बताया| पिछले कुछ दिनों में क्षेत्र में बाघों के लगातार हमलों पर मैसूरु में पत्रकारों द्वारा पूछे गए सवालों के जवाब में, सिद्धरामैया ने कहा कि रिसॉर्ट्स और जंगल सफारी की संख्या में वृद्धि के कारण वन क्षेत्रों में मनुष्यों की आवाजाही बढ़ी है|

इसके अलावा, उन्होंने कहा कि जंगली जानवरों को पानी और चारे की कमी का सामना करना पड़ रहा है| इसलिए, बड़ी संख्या में हाथी, बाघ, तेंदुए, जंगली सूअर और हिरण जंगलों से बाहर आ रहे हैं| इस संबंध में चामराजनगर में वन मंत्री ईश्वर खंड्रे और चामराजनगर तथा मैसूरु जिलों के प्रभारी मंत्रियों - क्रमशः के. वेंकटेश और एच. सी. महादेवप्पा - की एक बैठक पहले ही हो चुकी है|

सिद्धरामैया ने कहा कि वह भी जल्द ही इस संबंध में एक बैठक बुलाएंगे| उन्होंने अवैध रिसॉर्ट्स के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन दिया, जिन्हें उन्होंने मानव-पशु संघर्ष के कारणों में से एक बताया, और कहा कि जंगल सफारी की संख्या कम करने के निर्देश पहले ही जारी किए जा चुके हैं| राज्योत्सव पुरस्कारों के संबंध में सिद्धरामैया ने कहा कि कर्नाटक सरकार ने इस वर्ष बिना कोई आवेदन प्राप्त किए ही पुरस्कारों के लिए उपलब्धि हासिल करने वालों की पहचान कर ली थी| सरकार ने पुरस्कार विजेताओं की पहचान करते समय सामाजिक न्याय और क्षेत्रीय प्रतिनिधित्व सुनिश्चित किया था|