मुख्यमंत्री ने मैसूरु में डी. देवराज उर्स की प्रतिमा का किया अनावरण
          बेंगलूरु/शुभ लाभ ब्यूरो| कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरामैया ने सोमवार को मैसूरु के बन्नूर रोड स्थित उपायुक्त कार्यालय परिसर में पिछड़े वर्गों के मसीहा माने जाने वाले पूर्व मुख्यमंत्री डी. देवराज उर्स की प्रतिमा का अनावरण किया| इस प्रतिमा का अनावरण लंबे समय से लंबित था और भाजपा ने इस देरी के लिए कांग्रेस सरकार की आलोचना की थी|
भाजपा नेताओं और समर्थकों ने मूर्ति के अनावरण की मांग को लेकर कर्नाटक राज्योत्सव के दिन उपायुक्त कार्यालय का घेराव करने की भी कोशिश की थी| प्रतिमा का अनावरण करते हुए सिद्धरामैया ने कहा कि यह कार्यक्रम अधिक जनभागीदारी के साथ बड़े पैमाने पर आयोजित किया जा सकता था, लेकिन जिला प्रशासन ने सोमवार को उनके मैसूरु दौरे के कारण अनावरण को आगे बढ़ाने का फैसला किया|
इस अवसर पर बोलते हुए, मुख्यमंत्री ने देवराज उर्स को सामाजिक न्याय का मसीहा बताया और कहा कि राज्य के लिए उनका योगदान अतुलनीय है| सिद्धरामैया ने घोषणा की कि मैसूरु जिले के हुंसूर तालुक में देवराज उर्स के पैतृक गांव कल्लाहल्ली स्थित उनके घर को दिवंगत नेता के सम्मान में एक स्मारक के रूप में विकसित किया जाएगा| उन्होंने कहा कि प्रतिमा के अनावरण से क्षेत्र के लोगों की लंबे समय से चली आ रही इच्छा पूरी हुई है| उन्होंने कहा मैसूरु, जो उर्स का गृह जिला था, के कई लोग चाहते थे कि उनकी प्रतिमा यहां स्थापित की जाए| आज उनकी यह इच्छा पूरी हो गई है|
सिद्धरामैया ने उर्स को सभी दलों के राजनेताओं के लिए एक आदर्श बताते हुए कहा कि दिवंगत नेता एक महान समाज सुधारक थे जिन्होंने समाज में असमानता को मिटाने के लिए अथक प्रयास किया| उन्होंने कहा उन्होंने यह सुनिश्चित किया कि कर्नाटक में प्रतिनिधित्व से वंचित समुदायों की पहचान की जाए और उन्हें राजनीतिक प्रतिनिधित्व दिया जाए, जिससे हाशिए पर पड़े लोगों के लिए अवसर पैदा हुए| मुख्यमंत्री ने कहा कि उर्स ने सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक रूप से वंचित वर्गों को अवसर प्रदान किए, जिससे उनमें से कई लोगों को सार्वजनिक जीवन में आगे बढ़ने में मदद मिली|
सिद्धरामैया ने कहा देवराज उर्स, जिन्होंने आठ वर्षों तक राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में कार्य किया, ने असमानता को दूर करने और कई सुधार लाए| उन्होंने आगे कहा कि उनकी अपनी सरकार ने असमानता को दूर करने और संविधान की सच्ची भावना को साकार करने के लिए इन प्रयासों को जारी रखा है| उन्हें और उनके योगदान को याद करना हमारा कर्तव्य है| उन्होंने याद दिलाया कि देवराज उर्स के कार्यकाल के दौरान ही राज्य का नाम मैसूरु से बदलकर कर्नाटक कर दिया गया था| मैसूरु जिले के प्रभारी मंत्री एच. सी. महादेवप्पा, विधायक तनवीर सैत, विधान पार्षद ए. एच. विश्वनाथ, के. शिवकुमार, थिम्मैया, कर्नाटक गारंटी योजना कार्यान्वयन प्राधिकरण की उपाध्यक्ष पुष्पा अमरनाथ, देवराज उर्स की पुत्री भारती उर्स सहित कई अन्य लोग इस कार्यक्रम में शामिल हुए|

         
         
         
         