रायपुर में फिर चमका ‘किंग कोहली’
53वां शतक जड़कर रचा इतिहास, गायकवाड़ का पहला वनडे शतक भी यादगार
दोनों दिग्गजों की 195 रन की साझेदारी से भारत मजबूत स्थिति में; दक्षिण अफ्रीका के गेंदबाजों को नहीं मिला कोई जवाब
नई दिल्ली, 3 दिसम्बर,(एजेंसियां)। रायपुर का शहीद वीर नारायण सिंह अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम बुधवार शाम भारतीय क्रिकेट के दो धमाकेदार प्रदर्शनों का गवाह बना।
विराट कोहली ने न सिर्फ अपना 53वां वनडे शतक जड़ा, बल्कि दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ लगातार दूसरा शतक ठोककर एक बार फिर यह साबित कर दिया कि क्यों उन्हें किंग कोहली कहा जाता है।
इसके साथ ही रुतुराज गायकवाड़ ने भी अपने वनडे करियर का पहला शतक ठोककर भारतीय बल्लेबाजी की रीढ़ बनते हुए शानदार प्रदर्शन किया। दोनों खिलाड़ियों ने मिलकर 195 रनों की विशाल साझेदारी की, जिसने भारत को मैच में निर्णायक बढ़त दिला दी।
कोहली का जलवा—भारत की धड़कन फिर गूंजी
37 वर्षीय विराट कोहली ने धैर्य और आक्रामकता के मिश्रण से बनी पारी खेली। 90 गेंदों पर 102 रन ठोककर उन्होंने एक बार फिर अपने क्लास की झलक दिखाई।
इस पारी में उनके नाम 7 चौके और 2 छक्के दर्ज रहे।
यह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में उनका 84वां शतक भी है।
अंतरराष्ट्रीय शतकों की सूची में वह अब भी सचिन तेंदुलकर (100 शतक) के बाद दूसरे नंबर पर मजबूती से टिके हुए हैं।
पहले वनडे में भी उन्होंने रांची में 135 रनों की शानदार पारी खेली थी।
यानी यह श्रृंखला फिलहाल विराट कोहली के नाम पर दर्ज होती दिख रही है।
रुतुराज गायकवाड़—पहला शतक और धमाकेदार अंदाज
रुतुराज गायकवाड़ ने शुरू से ही बेखौफ बल्लेबाजी की और सिर्फ 77 गेंदों में शतक पूरा किया।
उन्होंने 83 गेंदों में 105 रन बनाए और स्ट्राइक रेट को कभी गिरने नहीं दिया।
उनके शॉट चयन, टाइमिंग और शांत स्वभाव ने यह स्पष्ट कर दिया कि भारतीय वनडे टीम को एक भरोसेमंद बल्लेबाज मिल रहा है।
36वें ओवर में मार्को जेनसन ने उन्हें आउट किया, लेकिन तब तक वे भारत की स्थिति मजबूत कर चुके थे।
भारतीय टॉप ऑर्डर लड़खड़ाया, लेकिन कोहली–गायकवाड़ ने संभाला मोर्चा
यशस्वी जायसवाल (22) और कप्तान रोहित शर्मा (14) जल्दी आउट हो गए थे।
लेकिन चौथे विकेट की साझेदारी ने मैच की दिशा पलट दी।
यही साझेदारी भारतीय पारी की नींव बनी और दक्षिण अफ्रीका के गेंदबाजों को पूरा दबाव महसूस कराया।
दक्षिण अफ्रीका की रणनीति धरी की धरी रह गई
दक्षिण अफ्रीका के कप्तान टेम्बा बावुमा ने टॉस जीतकर गेंदबाजी चुनी, लेकिन यह फैसला उल्टा पड़ गया।
पहले मैच में आराम दिए गए बावुमा और केशव महाराज इस मुकाबले में लौटे, लेकिन भारतीय बल्लेबाजों की क्लासिक साझेदारी के सामने गेंदबाजों के पास कोई जवाब नहीं था।
भारत के मध्यक्रम को मिला भरोसा—केएल राहुल को उतारा गया पांचवें नंबर पर
गायकवाड़ और कोहली के अक्रामक प्रदर्शन के बाद केएल राहुल को पांचवें नंबर पर भेजा गया, जिससे स्पष्ट है कि टीम मैनेजमेंट मध्यक्रम को और मजबूत करने की रणनीति पर काम कर रहा है।
भारत ने एक बार फिर यह दिखा दिया कि जब उसके शीर्ष बल्लेबाज लय में हों, तो किसी भी विपक्षी गेंदबाज के लिए मुकाबला करना आसान नहीं है।
रायपुर में कोहली–गायकवाड़ की यह साझेदारी आने वाले मैचों में भी टीम को आत्मविश्वास देगी।

