IndiGo Flights Cancellation: उड़ानें रद्द होने के बीच DGCA ने Weekly Rest Norms का आदेश वापस लिया
नई दिल्ली, 5 दिसम्बर,(एजेंसियां)।देश की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो पिछले चार दिनों से बड़े पैमाने पर परिचालन संकट से जूझ रही है। नए फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन (FDTL) मानकों के दूसरे चरण को लागू करने में आई दिक्कतों के कारण इंडिगो की कई उड़ानें अचानक रद्द हो गईं, जिससे हजारों यात्री घंटों तक एयरपोर्ट पर फंसे रहे। बढ़ती अव्यवस्था के बीच डायरेक्टर जनरल ऑफ सिविल एविएशन (DGCA) ने अब वह विशेष निर्देश वापस ले लिया है, जिसमें पायलटों के साप्ताहिक विश्राम को अनिवार्य और अपरिवर्तित रखने की बात कही गई थी।FDTL नियमों का उद्देश्य भले ही पायलटों की सुरक्षा और कार्य परिस्थितियों को बेहतर बनाना था, लेकिन अचानक लागू हुए कड़े प्रावधानों ने देश की सबसे बड़ी एयरलाइन को गंभीर परिचालन संकट में धकेल दिया। DGCA का यह कदम फिलहाल स्थिति को स्थिर कर सकता है, लेकिन यह बहस जारी है कि सुरक्षा और परिचालन दक्षता के बीच संतुलन कैसे बनाया जाए।
क्या था नया विवादित नियम?
पिछले महीने जारी किए गए FDTL नियमों में पायलटों और केबिन क्रू के लिए कई कड़े प्रावधान लागू किए गए थे। इनमें—
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अनिवार्य साप्ताहिक विश्राम,
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रात में सीमित लैंडिंग,
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लगातार नाइट शिफ्ट से बचाव जैसे नियम शामिल थे।
इन प्रावधानों का उद्देश्य विमानन सुरक्षा को मजबूत करना था, लेकिन एयरलाइनों ने इन्हें लागू करने में भारी परिचालन चुनौतियों का हवाला दिया। खासकर इंडिगो ने DGCA से कहा कि अचानक लागू हुए कठोर साप्ताहिक विश्राम नियमों से उसके क्रू-मैनेजमेंट सिस्टम पर गंभीर दबाव पड़ा है, जिसके कारण समय पर उड़ानों का संचालन संभव नहीं हो पा रहा है।
इंडिगो के परिचालन पर भारी असर
बीते चार दिनों में इंडिगो की सैकड़ों उड़ानें रद्द हो चुकी हैं। कई एयरपोर्टों पर यात्रियों की लंबी कतारें देखी गईं, वहीं कई यात्रियों को 8 से 12 घंटे तक फंसा रहना पड़ा। सोशल मीडिया पर शिकायतों और गुस्से की बाढ़ आ गई।
स्थिति इतनी बिगड़ गई कि केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री को खुद इस मामले में हस्तक्षेप करना पड़ा और एयरलाइन को यात्रियों को होने वाली असुविधा पर फटकार लगानी पड़ी।
DGCA का महत्वपूर्ण कदम
बढ़ते संकट को देखते हुए DGCA ने कहा कि एयरलाइनों से मिले फीडबैक और मौजूदा परिचालन बाधाओं को ध्यान में रखते हुए “साप्ताहिक विश्राम को प्रतिस्थापित नहीं किए जाने” वाले नियम को फिलहाल वापस लिया जाता है।
DGCA ने स्पष्ट किया कि समीक्षा का उद्देश्य केवल संचालन की निरंतरता और स्थिरता बनाए रखना है। इसका मतलब है कि एयरलाइंस अब क्रू शेड्यूलिंग में कुछ लचीलापन रख सकेंगी, ताकि उड़ानों का संचालन सामान्य हो सके।
इंडिगो की स्थिति सामान्य करने की कोशिश
एयरलाइन ने बयान जारी कर कहा है कि वह समय-सारिणी सुधारने और यात्रियों की असुविधा को कम करने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। क्रू की उपलब्धता बढ़ाने, वैकल्पिक शेड्यूलिंग और बैकअप प्लान activate करने के प्रयास जारी हैं।
फिलहाल यात्रियों को सलाह दी जा रही है कि यात्रा से पहले अपनी उड़ान की स्थिति अनिवार्य रूप से जांच लें, क्योंकि कई रूटों पर देरी और आंशिक रद्दीकरण जारी रह सकता है।

