कोई काम नहीं आई चोकसी की चौकसी
हनी-ट्रैप से अपराधियों को पकड़ने में मिल रही भारत को कामयाबी
बारबरा जबारिका ने मेहुल चोकसी को हनी-ट्रैप में फंसाया
एक तरफ हनी-ट्रैप का इस्तेमाल षडयंत्रों में किया जा रहा है तो दूसरी तरफ भारत हनी-ट्रैप का इस्तेमाल कुख्यात फरार अपराधियों को पकड़ने में कर रहा है। 13,500 करोड़ रुपए के पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) धोखाधड़ी मामले में भारत में वांछित भगोड़े हीरा व्यापारी मेहुल चोकसी को पिछले दिनों बेल्जियम पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। इस गिरफ्तारी को भी हनी-ट्रैप का ही अंजाम बताया जा रहा है। हालांकि हनी-ट्रैप को लेकर भारत सरकार की कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है। कोई भी सरकार इस बारे में कुछ नहीं करेगी, चाहे वह इसका सकारात्मक इस्तेमाल करे या नकारात्मक। गीतांजलि समूह के मालिक मेहुल चोकसी को भारत और बेल्जियम के अधिकारियों ने संयुक्त रूप से उस समय गिरफ्तार किया जब वह इलाज के बहाने स्विट्जरलैंड भागने की तैयारी कर रहा था। यह गिरफ्तारी तीन देशों में भारतीय अधिकारियों द्वारा सात साल की अथक खोज में एक सफलता है। हालांकि, कुख्यात मेहुल चोकसी गाथा में, सबसे उल्लेखनीय मोड़ में से एक वह था जिसे वह बारबरा जबारिका नामक एक हंगरी की महिला से जुड़ा एक विस्तृत हनी-ट्रैप और अपहरण की साजिश बता रहा है।
मेहुल चोकसी 2018 में भारत से भाग गया और एंटीगुआ और बारबुडा में फिर से दिखाई पड़ा, जहां उसने निवेश के जरिए नागरिकता हासिल की थी। कई साल तक वह रडार से दूर रहा, जब तक कि वह मई 2021 में डोमिनिका में दिखाई नहीं दिया और उसे अवैध प्रवेश के लिए गिरफ्तार नहीं कर लिया गया। तभी बारबरा जबारिका का प्रकरण सामने आया। चोकसी का कहना है कि उसे अगवा किया गया, प्रताड़ित किया गया और एक नाव पर बिठाया गया जो उसे एंटीगुआ से डोमिनिका ले गई। मेहुल ने दावा किया कि बारबरा इस साजिश का हिस्सा थी। बारबरा की लिंक्डइन प्रोफाइल में उसे बुल्गारिया की एक प्रॉपर्टी इन्वेस्टमेंट एजेंट के रूप में दिखाया गया है, जो एक अनुभवी बिक्री वार्ताकार है, जिसका प्रत्यक्ष बिक्री और रियल एस्टेट उद्योग में काम करने की विशेषज्ञता है। प्रोफाइल के मुताबिक वह ग्राहक सेवा, बिक्री वार्ता, नेतृत्व और टीम समन्वय में कुशल है।
चोकसी की पत्नी प्रीति चोकसी ने आरोप लगाया है कि वे 2020 में हंगरी की नागरिक बारबरा जबारिका से मिले थे। प्रीति ने आरोप लगाया कि वह हनी-ट्रैप योजना का हिस्सा थी। चोकसी ने दावा किया कि बारबरा ने झूठे बहाने से उससे दोस्ती की और अपहरण से ठीक पहले उसे रात के खाने पर आमंत्रित किया। वहां पहुंचने पर उसे पकड़ लिया गया और जबरन ले जाया गया। हालांकि, बारबरा ने प्रीति चोकसी के दावों को खारिज कर दिया और कहा कि ये आरोप बिल्कुल गलत हैं कि वह चोकसी की गर्लफ्रेंड थी। बारबरा ने दावा किया कि उसके पास अपनी आय और उसका अपना व्यवसाय है। उसे उसकी नकदी, सहायता, होटल बुकिंग, आभूषण या किसी भी चीज की जरूरत के लिए की दूसरा रास्ता अपनाने की जरूरत नहीं है। बारबरा ने दावा किया कि मेहुल चोकसी ने अपनी गलत पहचान बताई थी और उससे दोस्ती करने के लिए खुद का नाम राज बताया था। बारबरा ने कहा, राज ही वह व्यक्ति था जिसने मुझसे संपर्क किया, मेरा नंबर मांगा और मुझसे दोस्ती की। राज ही मेहुल चोकसी निकला।
मेहुल चोकसी के भारत प्रत्यर्पण की संभावनाएं क्या हैं, इस बारे में पूर्व राजनयिक केपी फैबियन का कहना है कि भगोड़े हीरा व्यापारी को प्रत्यर्पित करना एक कठिन काम साबित हो सकता है। भारत प्रत्यर्पण का अनुरोध कर सकता है, लेकिन निर्णय बेल्जियम सरकार के हाथ में है। चोकसी के पास प्रत्यर्पण को चुनौती देने का पूरा अधिकार है और वह अदालत में अपील कर सकता है। अगर ऐसा होता भी है तो हमारे पास तहव्वुर राणा के प्रत्यर्पण का ताजा उदाहरण सामने है, जिसमें चाहे कितने ही साल लगे, पर आखिरकार प्रत्यर्पण तो हुआ। लिहाजा, मेहुल चोकसी के प्रत्यर्पण में भी काफी समय लगने का अंदेशा जताया जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि 65 साल का भगोड़ा हीरा व्यापारी मेहुल चोकसी 2 जनवरी 2018 को भारत से भागा था। वह पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) से 13,850 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी करने के आरोप में सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा वांछित है। मेहुल चोकसी का भतीजा नीरव मोदी भी धोखाधड़ी में उसके साथ शामिल था। चोकसी ने 2014 से 2017 तक अपने सहयोगियों और अन्य पीएनबी अधिकारियों के साथ साठगांठ कर घोटाला किया था। उसने पीएनबी से धोखाधड़ी से लेटर्स ऑफ अंडरटेकिंग और फॉरेन लेटर्स ऑफ क्रेडिट हासिल किए। इससे पीएनबी को 6097.63 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ था।
चोकसी पर मुंबई के मालाबार हिल स्थित गोकुल अपार्टमेंट में फ्लैट के रखरखाव का भी लगभग 63 लाख बकाया है। मालाबार हिल स्थित गोकुल अपार्टमेंट में 9वीं, 10वीं और 11वीं मंजिल पर चोकसी के तीन यूनिट हैं। सात साल से अधिक समय से रखरखाव का भुगतान नहीं किया गया है। 11वीं मंजिल की छत पर भी चोकसी ने कब्जा कर रखा है। हालांकि यह सम्पत्ति प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कुर्क कर रखी है।