युद्धकालीन सतर्कता का अभ्यास कराने को कहा

केंद्रीय गृह मंत्रालय ने दिया राज्यों को जरूरी निर्देश

युद्धकालीन सतर्कता का अभ्यास कराने को कहा

नई दिल्ली, 05 मई (एजेंसियां)। युद्ध के समय बरती जाने वाली नागरिकीय सतर्कताओं को लेकर गृह मंत्रालय ने सभी राज्यों को मॉक-ड्रिल (अभ्यास) कराने को कहा है। केंद्रीय गृह मंत्रालय (एमएचए) ने नागरिक सुरक्षा (सिविल डिफेंस) के लिए देश के सभी राज्यों को 7 मई को मॉक ड्रिल कराने को कहा हैताकि किसी आपात स्थिति में लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।

इस मॉक ड्रिल में हवाई हमले (एयर रेड) चेतावनी सायरन को सक्रिय किया जाएगा। आम नागरिकोंछात्रों आदि को प्रशिक्षित किया जाएगा कि अगर किसी तरह का हमला हो जाएतो वे खुद को कैसे सुरक्षित रखें। ब्लैकआउट की व्यवस्था की जाएगी। यानी जरूरत पड़ने पर बिजली बंद कर दी जाए ताकि दुश्मन को कोई लक्ष्य न दिखाई दे। महत्वपूर्ण कारखानों और ठिकानों को छिपाने की जल्दी व्यवस्था की जाएगी। निकासी योजना को अपडेट किया जाएगा और उसका अभ्यास (रिहर्सल) भी कराया जाएगा।

इससे पहलेरविवार को फिरोजपुर छावनी इलाके में 30 मिनट का ब्लैकआउट अभ्यास किया गयाजिसमें रात 9 बजे से 9:30 बजे तक सभी लाइटें बंद रहीं। अगर किसी वाहन की लाइट जलती पाई गई तो उसे बंद करवाया गया। पुलिस पूरी तरह अलर्ट पर रही और हर चौराहे पर तैनाती की गई। फिरोजपुर छावनी थाने के एसएचओ गुरजंत सिंह ने यह जानकारी दी।

गृह मंत्रालय ने यह निर्देश ऐसे समय में दिए हैंजब दक्षिण कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले के बाद से भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ा हुआ है और भारत पाकिस्तान के खिलाफ जवाबी कार्रवाई के लिए विकल्पों पर विचार कर रहा है। इस आतंकी हमले में 27 लोगों की बर्बर तरीके से हत्या कर दी गई थी। इनमें अधिकांश पर्यटक शामिल थे। इस हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कई रणनीतिक कदम उठाए हैं। जिनमें सिंधु जल संधि को निलंबित करनापाकिस्तानी उच्चायोग में कर्मचारियों की संख्या में कटौती करनाअटारी चेक पोस्ट को बंद करना और सभी श्रेणियों में डाक सेवाओं को बंद करने जैसे फैसले शामिल हैं।

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आतंकी हमले के बाद सरकार ने सशस्त्र बलों को छूट दी है कि वह अपने समय और तरीके से फैसला ले सकते हैं। इस हमले के बाद सरकार ने एक सर्वदलीय बैठक बुलाई थी और विपक्षी दलों ने भी इस हमले के दोषियों के खिलाफ सरकार की किसी भी कार्रवाई के लिए अपना समर्थन दिया है। आतंकवादी हमले के एक दिन बाद सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति (सीसीएस) की बैठक में आतंकवादी हमले के सीमा पार संबंध की जानकारी दी गई थी। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय की अधिसूचना के अनुसारभारत ने पाकिस्तान की सभी वस्तुओं के प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष आगमन और पारगमन पर तत्काल प्रतिबंध लगा दिया हैजिससे द्विपक्षीय व्यापार प्रवाह प्रभावी रूप से रुक गया है।

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