आरबीआई ने बढ़ाया स्वर्ण भंडार: FY25 में 57 टन की सबसे बड़ी सालाना वृद्धि
नई दिल्ली, 5 मई,(एजेंसी)। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने वित्त वर्ष 2024-25 की दूसरी छमाही में अपने स्वर्ण भंडार में करीब 25 टन की वृद्धि की है। इस दौरान अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमतों में तेज़ी देखी गई। सोमवार को जारी सरकारी आंकड़ों के अनुसार, रिजर्व बैंक के पास अब कुल 879.59 टन सोना है, जो सितंबर 2024 के अंत में 854.73 टन था।
पूरे वित्त वर्ष 2024-25 के दौरान, आरबीआई ने कुल 57 टन सोना अपने भंडार में जोड़ा—जो पिछले सात वर्षों में सबसे बड़ी वार्षिक वृद्धि है। इस अवधि में सोने की कीमतों में लगभग 30% की वृद्धि हुई।
आरबीआई की अर्धवार्षिक रिपोर्ट के मुताबिक, स्थानीय तिजोरियों में संग्रहित कीमती धातु की मात्रा मामूली बढ़कर 511.99 टन हो गई है। इसके अलावा, 348.62 टन सोना बैंक ऑफ इंग्लैंड और बैंक फॉर इंटरनेशनल सेटलमेंट्स (BIS) के पास रखा गया है, जबकि 18.98 टन सोना जमा के रूप में है।
वित्त वर्ष 2025 की पहली छमाही के दौरान रिजर्व बैंक ने बड़ी मात्रा में सोना स्थानीय तिजोरियों में स्थानांतरित किया था। 31 मार्च 2024 तक यह मात्रा 408 टन थी, जो 30 सितंबर तक बढ़कर 510.46 टन हो गई। विशेषज्ञों के अनुसार, यह 1991 के बाद भारत द्वारा की गई सबसे बड़ी स्वर्ण आवाजाही में से एक है, जो वैश्विक भू-राजनीतिक तनाव के बीच की गई।
रिपोर्ट में बताया गया कि मार्च 2025 के अंत तक कुल विदेशी मुद्रा भंडार में स्वर्ण का हिस्सा बढ़कर 11.70% हो गया, जो छह महीने पहले 9.32% था। हालांकि, कुल विदेशी मुद्रा भंडार सितंबर 2024 के 705.78 अरब डॉलर से घटकर मार्च 2025 में 668.33 अरब डॉलर रह गया। यह अब देश की 10.5 महीनों की आयात जरूरतों को पूरा करने के लिए पर्याप्त है, जो पहले 11.8 महीनों की आवश्यकताओं को कवर करता था।