68 साल से नागरिकता लेकर रह रहा था सेराजुल
यूपी को भी अड्डा बना रखा है पाकिस्तानियों ने
पाकिस्तानी ने सरकारी योजनाओं का भरपूर लाभ लिया
कुशीनगर, 13 जून (न्यूज़ लायन)। उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जिले में पाकिस्तानी नागरिक सिराजुल हक को पकड़ा गया है। वह 68 साल से भारत में लॉन्ग टर्म वीजा (एलटीवी) पर रह रहा था। उसने फर्जी दस्तावेज बनाकर भारत की नागरिकता ली और सरकारी लाभ लिए। मामले में दो अन्य आरोपी चांद अख्तर और शब्बीर आजम को गिरफ्तार किया गया है। सिराजुल हक अपनी मां कुलसुम खातून के साथ भारत में घुसा था।
पुलिस के अनुसार, पटहेरवा थाना क्षेत्र के पिपराकनक के गगलवा चैनपट्टी में सिराजुल हक छिपकर रह रहा था। सिराजुल हक 1957 में अपनी मां कुलसुम खातून के साथ पूर्वी पाकिस्तान से एलटीवी पर भारत आया था। हर साल वीजा का नवीनीकरण होता है। लेकिन इस बीच उसकी मां की मौत हो गई, लेकिन वह फिर भी वीजा अवधि बढ़ाकर रहता रहा। इस बीच सिराजुल हक ने 10 साल पहले सहज जन सेवा केंद्र चलाने वाले चांद अख्तर और शब्बीर आजम की मदद से नकली भारतीय दस्तावेज बनाए। उन दस्तावेजों के आधार पर वह सारी सरकारी योजनाओं का लाभ लेता रहा। दोनों जालसाजों को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पाकिस्तानी को फर्जी दस्तावेज मुहैया कराने वाले शेख सूबेदार नाम के व्यक्ति की भी तलाश की जा रही है।