एनआईए ने पीएफआई के खिलाफ बिहार में कार्रवाई तेज की
पटना, 05 जुलाई (एजेंसियां)। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने बिहार में प्रतिबंधित संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के खिलाफ अपनी कार्रवाई को और तेज करते हुए एक और शख्स के खिलाफ कड़ा कदम उठाया है। शुक्रवार को पटना की विशेष एनआईए अदालत में दाखिल एक ताजा चार्जशीट में, पूर्वी चंपारण के रहने वाले मोहम्मद सज्जाद आलम पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं। आलम पर विदेश, खासकर दुबई, से गैरकानूनी फंड लाकर पीएफआई के नेटवर्क को बिहार में मजबूत करने का इल्जाम है।
एनआईए की गहन जांच में खुलासा हुआ है कि सज्जाद आलम पीएफआई का एक सक्रिय कार्यकर्ता था, जो संगठन की अवैध और राष्ट्र-विरोधी योजनाओं को अमल में लाने में शामिल था। उसे इस साल जनवरी में दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर दुबई से लौटते वक्त हिरासत में लिया गया था। यह मामला सबसे पहले जुलाई 2022 में पटना के फुलवारीशरीफ थाने में दर्ज हुआ था, जब 26 लोगों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) के तहत कार्रवाई शुरू की गई थी। बाद में एनआईए ने इस मामले को अपने नियंत्रण में लिया और गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए) की धाराओं को जोड़ा।
जांच एजेंसी के मुताबिक, इस मामले में अब तक 18 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है, और सज्जाद आलम के खिलाफ दाखिल चार्जशीट इस कड़ी में 18वीं है। इससे पहले, 17 अन्य आरोपियों के खिलाफ भी चार्जशीट दाखिल हो चुकी है। जांच में यह भी सामने आया है कि पीएफआई विदेशी फंडिंग का सहारा लेकर बिहार में अपने नेटवर्क को फैलाने और देश के खिलाफ साजिश रचने में जुटा था। इसके अलावा, एनआईए ने मामले से जुड़े छह फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए इनाम की घोषणा की है। इनमें से एक आरोपी, अब्दुल रहमान, जिस पर 4 लाख रुपए का इनाम था, को कतर से लौटते समय कन्नूर हवाई अड्डे पर पकड़ा गया था। अब तक इस मामले में कुल 28 लोगों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल हो चुकी है।
एनआईए के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, हम पीएफआई की हर गतिविधि पर पैनी नजर रख रहे हैं। हमारा लक्ष्य ऐसी ताकतों को पूरी तरह से खत्म करना है जो देश की सुरक्षा और एकता के लिए खतरा बन रही हैं। यह कार्रवाई आतंकवाद और गैरकानूनी संगठनों के खिलाफ एनआईए की सख्त नीति का हिस्सा है।
#NIA,#PFI,#Bihar,#Chargesheet,#DubaiFunding,#UAPA,#NationalSecurity