शराब की लत छुड़ाने के लिए हर्बल दवा लेने से चार लोगों की मौत
कलबुर्गी/शुभ लाभ ब्यूरो| जिले के सेदम तालुक के इमदापुर गाँव में ६-७ अगस्त को शराब की लत छुड़ाने के लिए एक स्वयंभू लोक चिकित्सक द्वारा दी गई हर्बल दवा खाने से माँ-बेटे सहित चार लोगों की मौत हो गई|
पीड़ितों में बुरागापल्ली गाँव निवासी और होटल कर्मचारी लक्ष्मी नरसिम्हालु (४५), उनके बेटे निंगप्पा नरसिम्हालु (२१), मदकल गाँव निवासी नागेश गडुगु (२७) और कलबुर्गी जिले के शाहाबाद तालुक के डक्का टांडा निवासी गणेश राठौड़ (३०) शामिल हैं| तीन पीड़ितों की मौत ६ अगस्त की शाम को हुई और एक की मौत कथित तौर पर ७ अगस्त को हुई| नविता भगप्पा कचवर ने ६ अगस्त को सेदम पुलिस स्टेशन में एक शिकायत दर्ज कराई, जिसमें उन्होंने बताया कि उनकी माँ लक्ष्मी नरसिम्हालु और उनके भाई निंगप्पा ने ५ अगस्त को उन्हें इमदापुर गाँव के फकीरप्पा नामक एक पारंपरिक चिकित्सक से नशा मुक्ति की दवा लेने के लिए टोकन नंबर लेने के लिए बुलाया था|
नविता अपने पति के साथ ६ अगस्त की सुबह परामर्श के लिए टोकन लेने इमदापुर गईं, जबकि उनकी माँ लक्ष्मी और भाई निंगप्पा दोपहर में इमदापुर पहुँचे| दोपहर २ बजे तक, पारंपरिक चिकित्सक फकीरप्पा ने लक्ष्मी, निंगप्पा, नागेश और गणेश को हर्बल दवा का एक मिश्रण दिया| दवा खाने के बाद चारों बेहोश हो गए| पीड़ितों को पहले सेदम तालुका अस्पताल ले जाया गया और फिर कलबुर्गी के गुलबर्गा आयुर्विज्ञान संस्थान (जीआईएमएस) में स्थानांतरित कर दिया गया| लक्ष्मी, नागेश और गणेश ने ६ अगस्त को अंतिम सांस ली, जबकि निंगप्पा का ७ अगस्त को निधन हो गया| पुलिस अधीक्षक अडुरु श्रीनिवासुलु ने बताया कि फकीरप्पा को ७ अगस्त को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया| पूर्व विधायक राजकुमार पाटिल तेलकुर ने कर्नाटक सरकार से पीड़ितों के परिवारों के लिए २५-२५ लाख रुपये के मुआवजे की मांग की|
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