मतदान में धांधली के खिलाफ विशाल विरोध प्रदर्शन

महादेवपुरा विधानसभा क्षेत्र में ‘मतदान धोखाधड़ी’ की जांच करे कर्नाटक सरकार: राहुल गांधी

मतदान में धांधली के खिलाफ विशाल विरोध प्रदर्शन

बेंगलूरु/शुभ लाभ ब्यूरो| लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने शुक्रवार को भारतीय चुनाव आयोग (ईसीआई) पर देश में सीटें और चुनाव चुराने के लिए भाजपा के साथ मिलीभगत करने का आरोप लगाते हुए कर्नाटक सरकार से बेंगलूरु मध्य लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत महादेवपुरा विधानसभा सीट पर मतदान धोखाधड़ी की जाँच करने और इसमें शामिल अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा|

शहर के फ्रीडम पार्क में कांग्रेस पार्टी द्वारा आयोजित एक रैली में पार्टी कार्यकर्ताओं की एक विशाल सभा को संबोधित करते हुए गांधी ने दावा किया कि २०२४ के लोकसभा चुनावों में भाजपा की जीत सुनिश्चित करने के लिए महादेवपुरा में १,००,२५० "फर्जी वोट" बनाए गए थे| चुनाव आयोग से पिछले दस वर्षों में चुनावों के दौरान मतदान केंद्रों पर की गई इलेक्ट्रॉनिक मतदाता जानकारी और वीडियोग्राफी को तुरंत साझा करने की माँग करते हुए, गांधी ने कहा कि अगर वे ऐसा नहीं करते हैं, तो इससे केवल यही साबित होता है कि वे एक ’आपराधिक कृत्य’ के सबूत छिपा रहे हैं और भाजपा को वोट चुराने में मदद कर रहे हैं| कथित वोट धोखाधड़ी के पाँच अलग-अलग तरीकों का जिक्र करते हुए, उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग ने डुप्लिकेट मतदाता बनाकर भाजपा के लिए मतदाताओं की संख्या बढ़ाने के लिए हेराफेरी की है|

उन्होंने बताया पिछले छह महीनों में हमारे द्वारा किए गए शोध में, जिसमें हर मतदाता की पहचान की तस्वीर का लाखों तस्वीरों से मिलान किया गया, पता चला है कि फर्जी और अमान्य पते बनाए गए हैं| हालाँकि एक ही पते पर बड़ी संख्या में मतदाता पाए गए हैं, लेकिन अमान्य तस्वीरें और पहली बार मतदाताओं के नामांकन के लिए बनाए गए फॉर्म ६ का दुरुपयोग भी किया गया है| महादेवपुरा सीट पर "मतदान में धोखाधड़ी" को सिर्फ एक उदाहरण बताते हुए उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी जरूरत की २५ सीटें चुराकर सत्ता में बने रहने में कामयाब रहे हैं और ये सभी सीटें उन्हें लगभग ३४,००० वोटों के अंतर से मिली हैं| हमारे पास मतदाताओं का भौतिक डेटा कागज पर उपलब्ध है|

अगर आप इलेक्ट्रॉनिक डेटा साझा नहीं करते हैं, तो हम अपनी जाँच और अभियान जारी रखेंगे ताकि यह साबित हो सके कि इस तरह के ’आपराधिक कृत्य’ सिर्फ कर्नाटक के लोगों के खिलाफ ही नहीं, बल्कि पूरे देश में किए गए हैं| आप सबूत नहीं छिपा सकते| आपको विपक्ष का सामना करना पड़ेगा| कर्नाटक सरकार को कर्नाटक के लोगों के खिलाफ इस आपराधिक कृत्य की जाँच करनी चाहिए और उन चुनाव आयोग अधिकारियों पर कार्रवाई करनी चाहिए जिन्होंने हजारों फर्जी मतदाताओं को जोड़ा है| महादेवपुरा में ’सच्चाई सामने आनी चाहिए| हर कांग्रेस कार्यकर्ता से संविधान और उसके सिद्धांतों की रक्षा करने का आह्वान करते हुए, गांधी ने कहा कि पूरे देश को यह सवाल उठाना चाहिए कि चुनाव आयोग इलेक्ट्रॉनिक डेटा क्यों साझा नहीं कर रहा है|

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इसके बजाय, वे नियमों में संशोधन कर रहे हैं और कई राज्यों में अपनी वेबसाइटें बंद कर रहे हैं जहाँ लोग उन पर सवाल उठा रहे हैं|

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-कई राज्यों में मतदान में धांधली


विरोध प्रदर्शन में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, मुख्यमंत्री सिद्धरामैया, उपमुख्यमंत्री और केपीसीसी अध्यक्ष डी.के. शिवकुमार, राज्य सरकार के मंत्री और प्रमुख कांग्रेस नेता शामिल हुए| इससे पहले गुरुवार को राहुल गांधी ने दिल्ली में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की और गंभीर आरोप लगाए कि बेंगलूरु दक्षिण लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत महादेवपुरा विधानसभा क्षेत्र में ५ तरीकों से एक लाख से ज्यादा वोट चुराए गए| इसके अलावा, मीडिया कॉन्फ्रेंस में दस्तावेज जारी किए गए और एक विस्तृत स्पष्टीकरण दिया गया|

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चुनाव आयोग ने तुरंत इस पर प्रतिक्रिया देते हुए राहुल गांधी से कुछ सवाल पूछे और उन्हें स्पष्टीकरण देने को कहा| प्रेस कॉन्फ्रेंस में राहुल गांधी ने कहा कि कर्नाटक और महाराष्ट्र समेत कई राज्यों में मतदान में धांधली हो रही है| संबंधित राज्यों के मुख्य चुनाव आयुक्तों ने राहुल गांधी को पत्र लिखकर प्रमाणित प्रपत्र में लगाए गए आरोपों को प्रस्तुत करने को कहा है| मुख्य चुनाव आयुक्तों ने चेतावनी दी है कि यदि प्रमाणित प्रपत्र में लगाए गए आरोप सिद्ध नहीं होते हैं, तो उन्हें जनप्रतिनिधित्व अधिनियम और बीएनएस की विभिन्न धाराओं के तहत दंडित किया जाएगा|

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