सिद्धरामैया के अंदर क्या है?
मुख्यमंत्री का प्राथमिक कर्तव्य सभी समाजों और धर्मों की रक्षा करना होना चाहिए:विजयेंद्र
बेंगलूरु/शुभ लाभ ब्यूरो| भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और विधायक बी.वाई. विजयेंद्र ने कहा कि मुख्यमंत्री का प्राथमिक कर्तव्य सभी समाजों और धर्मों की रक्षा करना होना चाहिए| हम बसवेश्वर के नाम पर मेट्रो स्टेशन का नामकरण किए जाने का स्वागत करते हैं| हालाँकि सिद्धरामैया के अंदर क्या है, इसका खुलासा किया जाए|
बीएलए-१ राज्य स्तरीय कार्यशाला का उद्घाटन भारत स्काउट्स एंड गाइड्स भवन में हुआ| इस अवसर पर मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा खुलकर कहना अलग बात है| उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को अपनी आंतरिक इच्छाएँ बतानी चाहिए| अलग धर्म की मांग फिर से सामने आई है| मैंने इसे अखबारों में देखा है| वीरशैव लिंगायत या लिंगायत धर्म की मांग आज सामने आई है, और समाज जानता है कि इसके पीछे कौन बोल रहा है|
हमें आज हिंदू धर्म की रक्षा करने की आवश्यकता है| धर्म को विभाजित करने के दुस्साहस पर भी ध्यान देने की आवश्यकता है| इस बीच, समाज को एकजुट करने के लिए काम करने की आवश्यकता है| अनुसूचित जाति, जनजाति, पिछड़ा वर्ग, वोक्कालिगा, वीरशैव लिंगायत समाज समेत सभी समाजों में आर्थिक, सामाजिक और शैक्षणिक रूप से पिछड़े लोग हैं| सभी समाजों के साथ न्याय होना चाहिए| सिद्धरामैया इतनी जल्दी में क्यों हैं?
कुछ जगहों पर जाति जनगणना में विकलांग लोगों का भी इस्तेमाल किया जा रहा है| कोई उचित तैयारी नहीं है| मुख्यमंत्री खुद इसे १५ दिनों में पूरा करने की जल्दी में हैं| इतनी जल्दी क्यों है| कुछ ताकतों ने समाज को बांटने का काम भी किया है| उन्होंने हिंदू धर्म को विभाजित करने का दुस्साहस किया है| उन्होंने आलोचना की कि इस तरह की साजिश और प्रयास पहले भी किए गए थे| यह सफल नहीं हुआ| उन्होंने कहा कि यह भविष्य में भी सफल नहीं होगा| इसी बीच भाजपा केंद्रीय अनुशासन समिति के अध्यक्ष ओम पाठक ने कहा कि अगर विदेशियों को घुसपैठ करने और भारतीयों की तरह वोट देने की अनुमति दी गई, तो इससे देश की एकता और अखंडता को नुकसान होगा| बीएलए-१ राज्य स्तरीय कार्यशाला के उद्घाटन के अवसर पर मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग ने देश भर में मतदाता सूची की विशेष व्यापक समीक्षा (एसआईआर) कराने का फैसला किया है|
बिहार में यह समीक्षा पूरी हो चुकी है| उन्होंने बताया कि बंगाल, असम और कर्नाटक में इसकी घोषणा की जाएगी| मतदाता बनने के लिए नागरिकता जरूरी है| २००४ तक एसआईआर लगातार की जाती रही| उन्होंने आलोचना की कि केंद्र में कांग्रेस सरकार आने के बाद इसे रद्द कर दिया गया| उन्होंने इसे एक सकारात्मक और सार्थक कदम बताया| पार्टियाँ कार्यक्रम, नीति और जनता से संवाद के आधार पर जीतती हैं| उन्होंने जोर देकर कहा कि इसके लिए मतदाता सूची का शुद्धिकरण जरूरी है| इस अवसर पर उन्होंने बेंगलूरु से अपने संबंधों को याद किया| बिहार में नई मतदाता सूची जारी कर दी गई है| मृतक और अनुपस्थित लोगों के नाम हटा दिए गए हैं| उन्होंने कहा कि हमें पूरा विश्वास है कि आने वाले दिनों में फर्जी मतदाताओं के लिए कोई जगह नहीं होगी|