बोगस फर्में बनाकर मीट कंपनी कर रही थी पशुओं की खरीद
आयकर विभाग के छापों में हुआ खुलासा
लखनऊ, 15 अक्टूबर (एजेंसियां)। संभल में मीट का कारोबार करने वाली इंडिया फ्रोजन फूड कंपनी के ठिकानों पर आयकर छापे में बोगस फर्में खोलकर पशुओं की खरीद-फरोख्त दर्शाने के पुख्ता सुराग मिले हैं। ये बेनामी फर्में जिन लोगों के नाम पर खोली गई थीं, जांच में उनका कोई पता-ठिकाना नहीं मिल रहा है। वहीं दूसरी ओर कंपनी द्वारा इन फर्मों के तमाम बैंक खातों को खोलकर जमा किए गए करोड़ों रुपए नकद निकाले गए। इन खुलासों के बाद आयकर विभाग ने कंपनी संचालकों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है।
आयकर विभाग के अधिकारी यह पता लगाने की कवायद में जुटे हैं कि बैंकों से निकाले गए करोड़ों रुपए कहां खपाए जा रहे थे। इन फर्मों के जरिए कितने करोड़ रुपए का कारोबार दर्शाया गया है। अधिकारियों के मुताबिक इंडिया फ्रोजन कई देशों में मीट की आपूर्ति करता है। जांच के दौरान इन सभी देशों में होने वाली आपूर्ति के दस्तावेजों को भी खंगाला जा रहा है।वहीं दूसरी ओर बरेली में मारिया फ्रोजन और रहबर फूड्स के ठिकानों पर आयकर विभाग का सर्वे जारी है। दरअसल, रहबर फूड्स और इंडिया फ्रोजन के बीच मीट के कारोबार को लेकर हुए एक अनुबंध की जांच की जा रही है। अधिकारियों के मुताबिक बरेली की दोनों कंपनियों के ठिकानों पर तीन वर्ष पूर्व छापे मारे गए थे, जिसकी वजह से इस बार उनका सर्वे करने का फैसला लिया गया है। यह भी पता लगाया जा रहा है कि तीनों कंपनियों के बीच आपस में कितना कारोबार किया जा रहा था और बोगस फर्मों में कहीं बरेली की कंपनियों के संचालकों की भूमिका तो नहीं है।
संभल समेत आधा दर्जन से अधिक जिलों में इंडिया फ्रोजन कंपनी के ठिकानों पर छापों में तमाम संदिग्ध दस्तावेज बरामद हुए हैं। साथ ही कई शहरों में बेशकीमती सम्पत्तियों को खरीदने की जानकारी भी हाथ लगी है। आयकर विभाग की टीमों ने इन दस्तावेजों के साथ कंप्यूटर की हार्ड डिस्क, लैपटॉप, मोबाइल, पेन ड्राइव आदि कब्जे में लिया है। कंपनी के संचालकों से लगातार पूछताछ की जा रही है, जिसके बाद उनके बयान दर्ज किए जाएंगे। आयकर छापे की कार्रवाई बुधवार को भी जारी रहेगी।