मनमर्जी से बयानबाजी कर रहे कांग्रेस नेता
आरएसएस पर प्रतिबंध नहीं लगाया जा सकता: विजयेंद्र
चित्रदुर्ग/शुभ लाभ ब्यूरो| भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और विधायक बी.वाई. विजयेंद्र ने कहा है कि आरएसएस पर प्रतिबंध लगाना असंभव है| यहाँ मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस के विधायक और वरिष्ठ मंत्री आरएसएस पर अपनी मनमर्जी से बयानबाजी कर रहे हैं| उन्होंने इस ओर ध्यान आकर्षित किया कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के 100 वर्ष पूरे होने के इस पावन अवसर पर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 अगस्त को लाल किले से भाषण देते हुए आरएसएस की प्रशंसा की थी|
आरएसएस निस्वार्थ भाव से देश निर्माण और युवाओं में देशभक्ति की भावना जगाने का ईमानदार कार्य करता रहा है| उन्होंने बताया कि आरएसएस की गतिविधियां केवल कर्नाटक और भारत में ही नहीं, बल्कि दुनिया के 40 से ज्यादा देशों में चल रही हैं| आरएसएस पर कोई प्रतिबंध नहीं लगा सकता| कांग्रेस पार्टी, जिसने राज्य और देश में भाजपा की ज्यादा मौजूदगी न होने पर भी आरएसएस पर प्रतिबंध लगाया था, को बाद में प्रतिबंध वापस लेना पड़ा| अब भाजपा के पास नरेंद्र मोदी का साहसिक नेतृत्व है| देश के कई राज्यों में भाजपा की सरकार भी है| ऐसे में उन्होंने आरएसएस पर प्रतिबंध लगाने की बात को मूर्खता की पराकाष्ठा बताया| विजयेंद्र ने प्रियांक खड़गे से अपील की कि वे अपने ग्रामीण विकास विभाग की उपलब्धियों और सुधारों को राज्य की जनता के सामने रखें| गुलबर्गा जिला पिछले 50-60 सालों से आपके परिवार के नियंत्रण में है| आपने उस जिले में क्या विकास कार्य किए हैं? शिक्षा के क्षेत्र में गुलबर्गा जिला पूरे राज्य में सबसे निचले पायदान पर है| प्रियांक खड़गे राज्य की जनता को बताएँ कि यह पिछड़ा क्यों है|
कांग्रेस सरकार अपनी ढाई साल की नाकामी पर पर्दा डाल रही है और इस तरह दुष्प्रचार और गलत सूचना फैला रही है| उन्होंने आपत्ति जताई कि इसके पीछे विषय से भटकाने की चाल है| वे आरएसएस को छूने के भी लायक नहीं हैं| उन्होंने साफ कहा कि प्रतिबंध लगाना नामुमकिन है| जब उनसे पूछा गया कि क्या प्रियांक खड़गे को धमकियाँ मिल रही हैं, तो उन्होंने कहा कि वे इस तरह के बयान देकर प्रचार पाने की कोशिश कर रहे हैं| मुख्यमंत्री ने पिछले दिनों एक रात्रिभोज में बैठक की थी| उन्होंने सवाल किया कि क्या यह कल्याण कर्नाटक के किसानों की दुर्दशा का समाधान है, जो भारी बारिश के कारण संकट में हैं| उन्होंने कहा कि कांग्रेस आलाकमान को खुश करने के लिए राज्य को लूटकर बिहार ले जाना चाहिए|
उन्होंने आलोचना की कि सिद्धरामैया ने अपने मंत्रिमंडल के सहयोगियों के साथ इस पर चर्चा की, लेकिन राज्य के विकास पर नहीं| गुलबर्गा में एक लाइब्रेरियन ने आत्महत्या कर ली| राज्य की वर्तमान स्थिति यही है| इस पर चर्चा होनी चाहिए| उन्होंने मांग की कि राज्य में किसानों की स्थिति और राज्य के विकास पर चर्चा होनी चाहिए| आज बेंगलूरु में क्या हुआ? सोशल मीडिया पर कांग्रेस सरकार की आलोचना हो रही है| बायोकॉन की किरण मजूमदार शाह के बयान की कड़ी आलोचना हुई थी| जब भाजपा सरकार सत्ता में थी, तब येदियुरप्पा मुख्यमंत्री थे| मोहनदास पई ने भी इसकी आलोचना की थी| येदियुरप्पा ने तुरंत मोहनदास पई को चाय पर बुलाया और उनकी आलोचनाओं और समस्याओं का समाधान खोजने का काम किया| मोहनदास पई, किरण मजूमदार शाह और कई अन्य दिग्गज अपनी राय दे रहे हैं|
उन्हें इसे सकारात्मक रूप से लेना चाहिए और समस्या का समाधान निकालने का प्रयास करना चाहिए| उन्होंने आपत्ति जताई कि इस तरह उनकी आलोचना करना और उनका अपमान करना राज्य का अपमान करने जैसा है|