दिल्ली में गिरफ्तार आतंकी को लखनऊ लाएगी एटीएस
ज्ञानवापी सर्वे का आदेश देने वाले जज को दी थी धमकी
नई दिल्ली/लखनऊ, 25 अक्टूबर (एजेंसियां)। राजधानी दिल्ली में शुक्रवार 24 अक्टूबर की सुबह दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड सीरिया (आईएसआईएस) के एक आतंकवादी मॉड्यूल के जुड़े दो आतंकवादियों को गिरफ्तार किया। इनमें एक का नाम मोहम्मद अदनान खान उर्फ अबू मुहरिब है, जो दिल्ली का रहने वाला है। दूसरे का नाम भी अदनान खान है, लेकिन उसकी उर्फियत अबू मोहम्मद है, जो मध्य प्रदेश का रहने वाला था।
इस गिरफ्तारी के बाद यह खुलासा हुआ कि आईएसआईएस के एक आतंकवादी मोहम्मद अदनान खान उर्फ अबू मुहरिब को उत्तर प्रदेश के एंटी टेररिस्ट स्क्वाड (एटीएस) ने पहले भी गिरफ्तार किया था। वह 2024 से जमानत पर बाहर था। उसे उत्तर प्रदेश एटीएस ने यूएपीए के तहत गिरफ्तार किया था। यूपी एटीएस इस आतंकवादी को लखनऊ लाने की तैयारी में है। दिल्ली स्पेशल सेल ने कहा, भोपाल से एक संदिग्ध को पहले यूपी एटीएस ने अनलॉफुल एक्टिविटीज (प्रिवेंशन) एक्ट के तहत गिरफ्तार किया था; 2024 में जमानत मिलने के बाद उसने आतंकवादी गतिविधियां फिर शुरू कर दीं, मुख्य रूप से ऑनलाइन भर्ती और प्रोपेगेंडा फैलाने के जरिए। निगरानी से पता चला कि मॉड्यूल ने इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) बनाने के लिए सामग्री जुटानी शुरू कर दी थी।
दिल्ली स्पेशल सेल ने बताया कि मोहम्मद को सख्त यूएपीए एक्ट के तहत गिरफ्तार किया गया था, लेकिन कोर्ट ने 2024 में उसे जमानत दे दी थी। जमानत पर बाहर आने के बाद उसने अपनी आतंकवादी गतिविधियां फिर शुरू कर दीं और आईएसआईएस से जुड़ाव बढ़ा लिया। उसने सोशल मीडिया के जरिए इस्लामिक प्रोपगैंडा सामग्री फैलानी शुरू की और आईएसआईएस के लिए आतंकवादियों की भर्ती शुरू करती। उसने आतंकी हमलों के लिए आईईडी बनाने की सामग्री भी जुटानी शुरू कर दी थी।
अदनान पर आईपीसी की धारा 153ए, 115 और 506 के साथ यूएपीए की धारा 13 लगी थी। उस केस में जमानत मिलने के बाद उसने चरमपंथी गतिविधियां फिर शुरू कर दीं। यूट्यूब, इंस्टाग्राम और दूसरी प्लेटफॉर्म्स पर चैनल बनाकर चरमपंथी सामग्री पोस्ट की और समान विचार वाले लोगों की भर्ती की। उसने सीरिया में बैठे हैंडलर अबू इब्राहिम अल-कुरैशी से संपर्क होने की बात भी कबूल की। पुलिस का कहना है कि यह मॉड्यूल आगामी त्यौहारों के दौरान दिल्ली में भीड़भाड़ वाले इलाकों में आतंकी हमला करने की योजना बना रहा था।
अतिरिक्त पुलिस आयुक्त प्रमोद सिंह कुशवाहा ने बताया कि गिरफ्तार आरोपितों की पहचान सादिक नगर, दिल्ली निवासी मोहम्मद अदनान खान उर्फ अबू मुहरिब (19) और करोंद, भोपाल निवासी अदनान खान उर्फ अबू मोहम्मद (20) के रूप में हुई है। यह कार्रवाई स्पेशल सेल के पुलिस उपायुक्त अमित कौशिक की देखरेख में की। उन्होंने बताया कि दिल्ली निवासी मोहम्मद अदनान ने पूछताछ में खुलासा किया कि उसने आईएसआईएस के मौजूदा खलीफा अबू हफ्स अल-हाशिमी अल-कुरैशी के प्रति बैयत (निष्ठा की शपथ) ली थी। यह शपथ उसने सीरिया स्थित आईएसआईएस हैंडलर अबू इब्राहिम अल-कुरैशी के निर्देश पर ली थी और इसका वीडियो आईएसआईएस की पोशाक में रिकॉर्ड कर भेजा गया था। दोनों आरोपी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर कट्टरपंथी वीडियो एडिट कर युवाओं को बरगलाने और भर्ती करने का काम करते थे। ये लोग इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर कई बार बैन होने के बावजूद नए चैनल बनाकर कट्टरपंथी सामग्री फैलाते रहे हैं।
जांच में सामने आया कि दोनों आरोपी न केवल ऑनलाइन प्रचार-प्रसार कर रहे थे, बल्कि अब इंप्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) बनाने की दिशा में सक्रिय थे। उनके पास से टाइमर क्लॉक, आईएसआईएस का झंडा, आईईडी बनाने की मैनुअल, पेन ड्राइव, हार्ड डिस्क, लैपटॉप और अन्य संदिग्ध सामग्री बरामद हुई है। स्पेशल सेल की समय रहते कार्रवाई से दिल्ली में त्योहारों के दौरान संभावित आतंकी हमले की साजिश नाकाम हुई है। अतिरिक्त पुलिस आयुक्त ने बताया कि भोपाल निवासी अदनान खान के पिता सलाम कई प्राइवेट फर्मों में अकाउंटेंट का काम करते हैं और उनकी मां पार्ट-टाइम एक्ट्रेस हैं। आरोपी ने भोपाल से 12वीं कक्षा पढ़ाई पूरी की और अभी भोपाल के ईदगाह में एक व्यक्ति की मेंटरशिप में चार्टर्ड अकाउंटेंसी कर रहा है। आरोपी ने 6 से 10 साल की उम्र के बीच मदरसा में पढ़ाई की। आरोपी को 2024 में यूपी एटीएस ने यूएपीए के तहत गिरफ्तार किया था। उसने उस समय सोशल मीडिया पर एक अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश को धमकी भरी पोस्ट डाली थी, जब न्यायालय ने ज्ञानवापी मामले में वीडियोग्राफिक सर्वे का आदेश दिया था। जमानत मिलने के बाद वह दोबारा ऑनलाइन कट्टरपंथी गतिविधियों में शामिल हो गया।
दिल्ली का मोहम्मद अदनान खान मूल रूप से एटा (उप्र) का रहने वाला है। उसके पिता दूरदर्शन में ड्राइवर हैं और उसकी मां अंजुम खान हाउस वाइफ हैं। उसकी तीन बड़ी बहनें हैं, जिनकी शादी हो चुकी है। उसने एटा में पढ़ाई की और 10वीं क्लास पूरी की। 2022 में पिता के ट्रांसफर के बाद परिवार दिल्ली शिफ्ट हो गया। मोहम्मद अदनान ने दिल्ली में फिर से पढ़ाई शुरू करने की कोशिश की लेकिन परीक्षा पास नहीं कर पाया। बाद में उसने 2025 में डेटा इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी में डिप्लोमा किया। दिल्ली आने के बाद वह सोशल मीडिया पर आईएसआईएस समर्थक पेजों से जुड़ गया और कट्टरपंथी विचारधारा की तरफ झुक गया।
अतिरिक्त पुलिस आयुक्त के अनुसार विगत 16 अक्टूबर को दिल्ली के सादिक नगर में छापेमारी के दौरान स्पेशल सेल ने मोहम्मद अदनान को दबोचा। पूछताछ में उसने भोपाल के साथी अदनान का नाम बताया। इसके बाद 18 अक्टूबर को भोपाल एटीएस की मदद से करोंद इलाके से अदनान खान को गिरफ्तार किया गया। दोनों आरोपियों ने पूछताछ में यह कबूल किया कि वे सीरिया स्थित आईएसआईएस हैंडलर के संपर्क में थे और भारत में युवाओं को आतंक के रास्ते पर ले जाने का अभियान चला रहे थे।

