उपराज्यपाल ने फर्जी पत्रकारों को हटाने का आदेश दिया
          जम्मू, 03 नवंबर (ब्यूरो)। उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने अधिकारियों को जम्मू कश्मीर में सक्रिय फर्जी पत्रकारों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने और यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है कि सरकारी विभागों द्वारा केवल प्रामाणिक मीडिया पेशेवरों को ही मान्यता दी जाए और उनकी नियुक्ति की जाए।
कल श्रीनगर में उपराज्यपाल की अध्यक्षता में हुई उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक में फर्जी पत्रकारों के मुद्दे पर चर्चा हुई। बैठक से जुड़े अधिकारियों के अनुसार, यह मामला, जो हाल ही में संपन्न जम्मू कश्मीर विधानसभा के शरदकालीन सत्र में भी उठा था, ने प्रशासन की गंभीर चिंता को जन्म दिया। बैठक में मौजूद एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि उपराज्यपाल ने स्पष्ट रूप से कहा कि पत्रकारिता के नाम का दुरुपयोग करने वालों को कानून का सामना करना होगा। उन्होंने सभी उपायुक्तों और एसएसपी को ऐसे तत्वों की पहचान करने और उन्हें व्यवस्था से बाहर करने के लिए ठोस कदम उठाने का निर्देश दिया।
बताया जा रहा है कि उपराज्यपाल ने अधिकारियों को प्रत्येक जिले में मान्यता प्राप्त और सक्रिय पत्रकारों का एक सत्यापित डेटाबेस तैयार करने के लिए मिलकर काम करने का भी निर्देश दिया है। विभागों को यह भी कहा गया है कि वे केवल उन्हीं मीडिया प्रतिनिधियों को नियुक्त करें जिनकी साख डीआईपीआर द्वारा विधिवत सत्यापित हो। उपराज्यपाल ने आगे निर्देश दिया कि पत्रकारिता के नाम पर फेसबुक पेज, आनलाइन समाचार पोर्टल या सोशल मीडिया हैंडल चलाने वाले व्यक्तियों या समूहों को सूचना एवं जनसंपर्क विभाग (डीआईपीआर) द्वारा विधिवत पंजीकृत और सत्यापित किया जाना चाहिए। उन्होंने जोर देकर कहा कि ऐसे डिजिटल मीडिया प्लेटफार्म को उनके द्वारा प्रकाशित सामग्री के लिए जवाबदेह बनाया जाना चाहिए और उन्हें मीडिया नैतिकता और वैध रिपोर्टिंग के दायरे में रहकर काम करना चाहिए।
अधिकारियों ने बताया कि यह कदम बढ़ती शिकायतों के बीच उठाया गया है कि कुछ लोग पत्रकारों के रूप में मीडिया पहचान पत्रों या सोशल मीडिया प्लेटफार्म का दुरुपयोग करके अधिकारियों को डरा रहे हैं और उनसे लाभ प्राप्त कर रहे हैं। हाल ही में हुए विधानसभा सत्र में कई विधायकों ने भी इस चिंता को उठाया था और इस समस्या पर अंकुश लगाने के लिए एक तंत्र की मांग की थी। एक अन्य वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि सरकार उन सच्चे पत्रकारों की भूमिका को महत्व देती है जो ईमानदारी और ज़िम्मेदारी के साथ रिपोर्टिंग करते हैं। हालांकि, इस पेशे को बदनाम करने वालों के खिलाफ कार्रवाई अपरिहार्य है।
#जम्मूकश्मीर, #उपराज्यपालमनोजसिन्हा, #फर्जीपत्रकार, #मीडियामान्यता, #डीआईपीआर, #पत्रकारितासुधार, #जम्मूसमाचार, #श्रीनगरबैठक, #सरकारीनिर्देश, #मीडियाजवाबदेही

         
         