बस, मेट्रो, डीजल के बाद अब बच्चों की पाठ्यपुस्तकों के दाम भी बढ़ने की गारंटी?

बस, मेट्रो, डीजल के बाद अब बच्चों की पाठ्यपुस्तकों के दाम भी बढ़ने की गारंटी?

बेंगलूरु/शुभ लाभ ब्यूरो| दूध, पानी, बिजली और अन्य वस्तुओं की कीमतों में वृद्धि से त्रस्त राज्य के लोगों को पाठ्यपुस्तकों की कीमतों में वृद्धि सहनी पड़ रही है| इस बार पाठ्य पुस्तकों की कीमत में १० प्रतिशत की वृद्धि होगी| कर्नाटक पाठ्यपुस्तक सोसायटी ने मूल्य वृद्धि की पुष्टि की है|

संगठन को दिसंबर में निजी स्कूलों से मांगपत्र प्राप्त हुए थे, तथा उसने १० प्रतिशत का अग्रिम भुगतान ऑनलाइन कर दिया था| निजी स्कूलों द्वारा निर्धारित फीस में १० प्रतिशत की वृद्धि निश्चित रूप से अभिभावकों पर बोझ बनेगी| स्कूली पाठ्यपुस्तकों की कीमतों में वृद्धि के मुद्दे पर प्रतिक्रिया देते हुए सीएएमएस महासचिव शशिकुमार ने बताया कि कुछ पुस्तकों की कीमतों में न केवल १० प्रतिशत बल्कि १०० प्रतिशत तक की वृद्धि की गई है| निजी स्कूलों द्वारा इसका बोझ अभिभावकों पर डाला जाएगा|

उन्होंने कहा कि इस फीस को स्कूल फीस में शामिल किया जाएगा| हमने सरकार से कई बार अपील की है कि लोगों को परेशानी हो रही है क्योंकि हर चीज की कीमतें पहले ही बढ़ चुकी हैं| लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ और पाठ्यपुस्तकों की कीमतें बढ़ाई जा रही है|

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