21 तोपों की धमाकेदार सलामी से दोस्ती की सनद
सऊदी अरब पहुंचने पर प्रधानमंत्री मोदी का हुआ भव्य स्वागत
सऊदी वायुसेना के विमानों ने पीएम मोदी के विमान को एस्कॉर्ट किया
जेद्दा, 22 अप्रैल (एजेंसियां)। सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के निमंत्रण पर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सऊदी अरब पहुंच गए हैं। जेद्दा पहुंचने पर प्रधानमंत्री का जोरदार स्वागत किया गया। सऊदी अरब की हवाई सीमा में प्रवेश करते ही सऊदी अरब वायुसेना के विमानों ने प्रधानमंत्री मोदी के विमान को एस्कॉर्ट किया। इसे स्वागत का अभूतपूर्व तरीका बताया जा रहा है। जेद्दा में प्रवासी भारतीयों ने पीएम मोदी के स्वागत में नारे लगाए। जेद्दा पहुंचते ही पीएम मोदी का स्वागत 21 तोपों की सलामी के साथ किया गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के साथ भारत-सऊदी अरब रणनीतिक साझेदारी परिषद की बैठक की सह-अध्यक्षता करेंगे।
सऊदी अरब की दो दिवसीय यात्रा पर रवानगी से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दोनों देशों के मजबूत संबंधों पर जोर दिया। अरब न्यूज को दिए साक्षात्कार में पीएम मोदी ने कहा कि भारत-सऊदी अरब के संबंध काफी मजबूत हैं। उन्होंने दोनों देशों के संबंधों की ताकत पर जोर दिया। साथ ही साझेदारी को अनिश्चितताओं से भरे विश्व में स्थिरता का स्तंभ बताया। इसके अलावा उन्होंने क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के नेतृत्व और नियंत्रण की भी तारीफ की।
विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने रूस-यूक्रेन युद्ध पर कहा, यह चर्चा का एक अहम क्षेत्र होने जा रहा है। प्रधानमंत्री मोदी ने पहले ही भारत का रुख स्पष्ट किया है कि इस मसले का हल बातचीत से निकलना चाहिए। सभी पक्षों को एक मेज पर बैठकर इसका समाधान ढूंढना चाहिए। हमें यह देखकर खुशी हो रही है कि ऐसा कुछ हो रहा है। यह अच्छा है कि सऊदी अरब जैसा साझेदार फिर से इसमें शामिल है। मैं पहले ही यह नहीं कह सकता कि बातचीत की प्रकृति कैसी होगी। लेकिन इतना जरूर कह सकता हूं कि यह मुद्दा दोनों नेताओं के बीच प्रमुख चर्चा का विषय होने जा रहा है। उन्होंने कहा, इस दौरे में दोनों देशों के बीच कई समझौतों (एमओयू) पर हस्ताक्षर हो सकते हैं। उन्होंने बताया कि करीब 27 लाख भारतीय सऊदी अरब में रहते और काम करते हैं। यह भारतीय प्रवासियों का दूसरा सबसे बड़ा समूह है। भारत और सऊदी अरब के बीच 1947 में राजनयिक संबंध स्थापित हुए थे। 2010 में दोनों देशों के संबंधों को रणनीतिक साझेदारी के स्तर पर बढ़ाया गया। तबसे दोनों देशों के बीच नियमित उच्च स्तरीय दौरे होते रहे हैं। साल 2024 की शुरुआत से अब तक भारत के 11 मंत्री सऊदी अरब दौरे पर जा चुके हैं। सऊदी अरब के विदेश मंत्री और खनिज मंत्री ने भी नवंबर 2024 और फरवरी 2025 में भारत का दौरा किया था।
यह प्रधानमंत्री मोदी की तीसरे कार्यकाल में सऊदी अरब की पहली यात्रा है। इससे पहले वह 2016 और 2019 में वहां की यात्रा कर चुके हैं। यह यात्रा तब हो रही है, जब क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने सितंबर 2023 में जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान भारत का दौरा किया था। उसी समय रणनीतिक साझेदारी परिषद की पहली बैठक हुई थी। प्रधानमंत्री ने कहा, दोनों देशों के बीच बढ़ता रक्षा-सुरक्षा संबंध और सहयोग गहरे आपसी विश्वास का प्रतिबिंब है। उन्होंने कहा, यह क्षेत्रीय स्थिरता के प्रति हमारी साझा प्रतिबद्धता तथा हमारे विस्तारित पड़ोस में उभरती चुनौतियों से निपटने के हमारे पारस्परिक संकल्प का भी प्रमाण है। मंगलवार शाम को होने वाली वार्ता में मोदी और सऊदी अरब के युवराज मोहम्मद बिन सलमान के बीच रक्षा संबंधों को विस्तारित करने के अलावा कई अन्य महत्वपूर्ण क्षेत्रों में भागीदारी बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित किए जाने की उम्मीद है।

